RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव में मिली हार को लेकर कांग्रेस में बैठक का दौर शुरू हो गया है। शुक्रवार को दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस मुख्यालय में समीक्षा बैठक हुई। जिसमें हार के कारणों को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर विधानसभा चुनाव में हुई हार के कारणों पर मंथन किया। समीक्षा बैठक में छत्तीसगढ़ से निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव मौजूद थे।
किन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में बड़ी संख्या में विधायक और हार के कारणों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही टीएस सिंहदेव के हार पर भी चर्चा की गई। सूत्रों को अनुसार, इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इस पर भी चर्चा की गई। हालांकि अभी सहमति नहीं बन पाई है।
हमारा वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ...
बैठक को लेकर छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि हम निराश हैं लेकिन हताश नहीं, हमारा वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ है। जो कि छोटी बात नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि आगे लोकसभा चुनाव है, सभी साथियों ने आला नेताओं को भरोसा दिलाया है कि ज्यादा से ज्यादा सीट लेकर आएंगे। सैलजा ने आगे कहा कि राष्ट्रीय और स्थानीय मीडिया चैनलों के एग्जीट पोल के मुताबिक हमारी सरकार बन रही थी, इसमें कई हद तक सच्चाई भी थी, क्योंकि हमारा वोट परसेंटेज कम नहीं हुआ। जो छोटी बात नहीं होती है। पांच साल सरकार रहने के बाद वोट परसेंटेज को बरकरार रखना बहुत बड़ी उपलब्धि है।
'किसान और गरीब ने हमारा साथ दिया'
सैलजा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई, जिसकी समीक्षा हम कर रहे हैं। सभी साथियों ने मिलकर शीर्ष नेताओं को ये विश्वास दिलाया है कि हमने लोगों का विश्वास नहीं खोया है। हमने 18 महिलाओं को टिकट दी, उनमें से 11 जीतकर आई हैं। कई जगह हमारा वोट शेयर हमारे पक्ष में रहा है। किसान और गरीब ने हमारा साथ दिया है। बाकी जो कमी रह गई उसका डिटेल ऐनालिसिस किया जाएगा। आने वाले समय में हमारे नेता हर जगह जाएंगे, लोगों का विश्वास बढ़ाएंगे और लोकसभा में ज्यादा से ज्यादा सीटें लेकर आएंगे।