JAIPUR. राज्य सरकार साहित्यकारों को राजस्थान साहित्य प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित करेगी। इन पुरस्कारों को चार श्रेणियों में कन्हैया लाल सेठिया, कोमल कोठारी, डॉ. सीताराम लालस एवं विजयदान देथा के नाम से दिया जाएगा। सीएम अशोक गहलोत ने इस संबंध में प्रक्रिया, मार्गदर्शिका एवं चयन समिति से संबंधित प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
किस नाम से कौन सा पुरस्कार
पद्य श्रेणी में कन्हैया लाल सेठिया साहित्य पुरस्कार, लोक साहित्य और कला श्रेणी में कोमल कोठारी लोक साहित्य पुरस्कार, भाषा और अनुसंधान श्रेणी में डॉ. सीताराम लालस भाषा एवं अनुसंधान पुरस्कार तथा गद्य श्रेणी में विजयदान देथा साहित्य पुरस्कार दिए जाएंगे। राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर को इन पुरस्कारों के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है। कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग प्रशासनिक विभाग होगा।
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हर श्रेणी में पुरस्कार राशि 11 लाख
पुरस्कार में 11-11 लाख रुपए नकद, प्रशस्ति पत्र और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। ये पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किए जा सकेंगे। सम्मान उन व्यक्तियों, संस्था अथवा संगठन में दिया जाएगा, जिन्हें चयन समिति समान रूप से पात्र समझेगी। सभी पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा आयोजित राजस्थान लिटरेचर फेस्टिवल, राजस्थान दिवस अथवा अन्य अवसरों पर प्रदान किए जाएंगे।
यह होगी पुरस्कार चयन समति
पुरस्कार चयन के लिए गठित स्थायी समिति के अध्यक्ष राज्य सरकार द्वारा मनोनीत गैर राजकीय व्यक्ति होंगे। पद्मश्री और साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित राज्य सरकार द्वारा मनोनीत दो साहित्यकार, राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के अध्यक्ष और कला एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख शासन सचिव इस समिति में सदस्य तथा उप शासन सचिव सदस्य सचिव होंगे।
पुरस्कार चयन की प्रक्रिया
समिति प्राप्त आवेदनों के विचारण के बाद तीन-तीन के समूह में चयनित साहित्यकारों का पैनल बनाकर अनुशंसा सहित अंतिम निर्णय के लिए प्रशासनिक विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रस्तुत करेगी।