BHOPAL. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के पैनल तैयार करने के लिए शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक महत्तवपूर्ण बैठक हो रही है। इस दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की ओर से मप्र के लिए गठित स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरपर्सन राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल लोकसभा प्रभारियों, प्रदेश इलेक्शन कमेटी के सदस्यों और लोकसभा सीटों के दावेदारों से चर्चा करेंगी। उनके साथ समिति के सदस्य परगत सिंह और कृष्णा अलीवरु भी चर्चा करेंगे। बता दें कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए तीन क्लस्टर तैयार किए हैं।
इनमें मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, दमन और दीव और दादरा व नागर हवेली की स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरपर्सन रजनी पाटिल को बनाया गया है। स्क्रीनिंग कमेटी उम्मीदवारों के पैनल में से सिंगल नाम तय कर केंद्रीय चुनाव समिति (CIC ) को सौंपेगी। इस महीने के अंत तक उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए जाएंगे। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद तीनों राज्यों में कांग्रेस नेतृत्व ने सभी बड़े नेताओं को चुनाव लड़ने का आफर दिया है। उन्हें पांच-पांच सीटों के विकल्प दिए गए हैं।
प्रभारी पहले ही ले चुके हैं बैठक
लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त 29 प्रभारियों ने अपने प्रभार के क्षेत्र में आने वाली सभी सात-आठ विधानसभाओं में जाकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठकें ली हैं।
कांग्रेस के पास अभी सिर्फ एक सीट
2019 के चुनाव में कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा सीट ही जीत पाई थी, यह सीट सिर्फ 1997 में उपचुनाव में कांग्रेस एक बार हारी है। 2014 में कांग्रेस सिर्फ गुना और छिंदवाड़ा जीती थी। 2009 में गुना, शहडोल, मंडला, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, राजगढ़, देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार और खंडवा यानी 12 सीटें जीती थी। भोपाल, विदिशा, इंदौर और भिंड सीटों पर कांग्रेस पिछले 9 चुनाव से नहीं जीती है। वहीं, जबलपुर, मुरैना, बैतूल, सागर और सतना लोकसभा सीट कांग्रेस पिछले 7 लोकसभा चुनाव में नहीं जीत पाई है।