INDORE : एडवांस एकेडमी के पास वक्फ बोर्ड की 100 करोड़ की जमीन मामले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखना भारी पड़ गया। इस मामले में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा उपाध्यक्ष नासिर शाह ने सिंह को दस करोड़ रुपए का मानहानि नोटिस भेज दिया है। साथ ही खेद प्रकाशित करने के लिए भी कहा है।
यह है मामला
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने वक्फ बोर्ड की जमीन पर कब्जा करने के आरोपों की जांच के लिए केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और केन्द्रीय वक्फ परिषद के अध्यक्ष किरेन रिजिजू को लेटर लिखा है। लसूड़िया थाने में 10 अगस्त को जिला वक्फ कमेटी सचिव ने आवेदन दिया था, इसे लेकर सिंह ने फेसबुक आईडी पर भी पोस्ट किया। जांच से पहले इस तरह नाम सार्वजनिक कर मानहानि की बात नासिर शाह की तरफ से लीगल नोटिस में कही गई है।
मंत्री किरेन रिजिजू को लिखा था पत्र
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने किरन रिजिजू को 12 अगस्त को लेटर लिखा है, जिसमें कहा है कि साजिद रोयल सचिव जिला वक्फ कमेटी इंदौर का शिकायती पत्र संलग्न है। उन्होंने इंदौर बाइपास स्थित कोकिला बेन हॉस्पिटल और एडवांस एकेडमी से लगी मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड की 100 करोड़ रुपए की बेशकीमती जमीन पर नासिर शाह और अन्य के द्वारा बाउंडरी वॉल बना कर कब्जा करने की शिकायत की है। जमीन का केस उच्च न्यायालय में चल रहा है। कोर्ट ने स्टे देते हुए स्थिति यथावत रखने के आदेश दिए हैं। स्टे के बावजूद नासिर शाह और अन्य द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में सामाजिक तनाव की स्थिति पैदा हो रही है। बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे के एक पदाधिकारी द्वारा भी हस्तक्षेप कर दबाव बनाया जा रहा है। एक तरफ केंद्र सरकार वक्फ प्रॉपर्टी प्रबंधन को लेकर संसद में बिल ला रही है, वहीं उनके समर्थक कब्जा करने वालों को संरक्षण दे रहे हैं। शिकायत की वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से जांच करवाई जाए।
उधर नासिर शाह ने यह दिया जवाब
नासिर शाह की तरफ से दिग्विजय सिंह नोटिस दिया गया। अधिवक्ता राहुल पेठे के माध्यम से नोटिस भेजा है, जिसमें कहा है कि सूचना पत्र द्वारा आपको सूचित किया जाता है कि आपके द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और केन्द्रीय वक्फ परिषद के अध्यक्ष किरेन रिजिजू और मप्र शासन के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को प्रेषित पत्र में नासिर शाह का नाम जिस प्रकार से उल्लेखित किया गया है और साजिद रायल द्वारा प्रस्तुत शिकायती आवेदन पत्र की जांच पूरी होने के पहले सार्वजनिक रूप से अपने फेसबुक हैंडल पर लेटर को पोस्ट किया है। नासिर शाह और अन्य मुस्लिम नेताओं पर टिप्पणी की गई है। इसके लिए आप सार्वजनिक रूप से सूचना पत्र प्राप्ति के 3 दिन के अंदर प्रमुख समाचार पत्रों में खेद प्रकाशित करवाने के साथ-साथ नासिर शाह को उनकी सामाजिक और राजनीतिक ख्याति की मानहानि की क्षतिपूर्ति के रूप में 10 करोड़ रुपए अदा करें। वरना आपके खिलाफ कोर्ट में मानहानि का केस करेंगे। जिसके खर्च और परिणाम के लिए आप जिम्मेदार होंगे।
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