मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ( बीटीआर ) में कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाने से एक के बाद एक 10 हाथीयों की मौत हो गई थी, जिसके बाद अब एक और छोटे हाथी की मौत होगई।
दरअसल यह छोटा हाथी कुछ दिनों पहले अपनी मां से बिछड़ गया था और तब से बीमार था। वन विभाग ने उसकी देखभाल के लिए रेस्क्यू कर उसे ताला स्थित रामा कैंप में भेजा था, जहां डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज जारी था। बांधवगढ़ का यह क्षेत्र पहले से ही अपने समृद्ध वन्यजीवों और बाघों के लिए जाना जाता है। अब हाथियों की लगातार हो रही मौतों ने वन्यजीव संरक्षण को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मां से बिछड़ने के बाद था बीमार
वन प्रबंधन के अधिकारियों के मुताबिक ये छोटा हाथी मां से बिछड़ने के बाद से ही बीमार था, जिसके बाद हाथी को वन विभाग ने उसकी देखभाल के लिए रेस्क्यू कर लिया था।
हाथी की मौत के कारणों पर संशय
वन प्रबंधन के अधिकारियों के मुताबिक बीमार हाथी के शरीर में कंपकंपी महसूस की गई थी और वह कई जगहों पर लीद कर चुका था। अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं उसने कोई विषाक्त पदार्थ तो नहीं खा लिया। इस घटना से हाथियों के झुंड पर वन्यजीव संरक्षण की नजरें और अधिक सख्त कर दी गई हैं।
हाथियों पर वन विभाग की निगरानी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा बफर जोन में पिछले कुछ समय में कई वन्यजीवों की असामयिक मौतों ने यहां के वन्यजीव संरक्षण को प्रभावित किया है। यह झुंड जिस क्षेत्र में पाया गया है, वहां वन विभाग के अधिकारी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। वन विभाग यह पता करने में जुटा है कि हाथियों में यह समस्या किस कारण से उत्पन्न हो रही है।
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