नाराज हुए मंत्री नागर सिंह दिल्ली से लौटने के बाद आधी रात को सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। उन्होंने सीएम मोहन यादव से मुलाकात की। इस दौरान सीएम हाउस में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद भी मौजूद थे। मंत्री नागर सिंह ने अपने इस्तीफे के बयान पर खेद प्रकट किया। इसके बाद से उन्होंने इस मामले में मौन साध लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि अब मंत्री नागर सिंह को अनुसूचित जाति कल्याण विभाग पर ही संतोष करना होगा।
पार्टी का हर निर्णय करना होगा स्वीकार
दरअसल, वन एवं पर्यावरण विभाग खुद से हटाए जाने की नाराजगी लेकर दिल्ली पहुंचे थे। मंत्री नागर को भाजपा के दिग्गज नेताओं ने फटकार लगाई। उनसे दो-टूक कह दिया गया कि पार्टी का हर निर्णय स्वीकार करना होगा।
सांसद अनीता सिंह चौहान ने साधी चुप्पी
इस पूरे प्रकरण पर उनकी पत्नी सांसद अनीता सिंह चौहान ने चुप्पी साध रखी है। अनीता चौहान ने कहा इस संबंध में वे कोई बात नहीं करेंगी। वहीं मंगलवार को बजट के दौरान नागर सिंह चौहान की पत्नी व रतलाम सांसद अनीता नागर सिंह चौहान के बजट संबंधी बैठक में शामिल ना होने की खबरें सामने आईं थी।
हालांकि वीडी शर्मा ने पुष्टि की कि वे सदन में मौजूद रहीं। मप्र के दूसरे सांसद जरूर अनिता नागर सिंह चौहान की अनुपस्थिति की बात कर रहे थे।
बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने किया तलब
मंत्री नागर सिंह चौहान वन विभाग छिनने के बाद नाराज हो गए थे। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद उन्हें बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली तलब कर लिया। मंगलवार 23 जुलाई को उनकी दिल्ली में बीजेपी हाईकमान से मुलाकात हुई।
वीडियो में खुद को बताया विधायक
बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद नागर सिंह चौहान का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वे कह रहे हैं कि, 'मैं नागर सिंह चौहान, विधायक आलीराजपुर। आज भारत माता के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद जी की जन्म जयंती है। मैं पहली बार उनकी धरती को नमन करने लिए नहीं आ पा रहा हूं। इसका खेद है।'
चौहान ने आगे कहा कि मेरी युवाओं से अपील है कि हम सभी अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद से प्रेरणा लेकर भारत मां की सेवा में सदैव हमारा जीवन अर्पित करें। वीडियो के आखिर में उन्होंने फिर दोहराया कि 'नागर सिंह चौहान, विधायक आलीराजपुर।'
ये था मंत्री की नाराजगी का कारण
बता दें कि पहले नागर सिंह चौहान के पास वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के साथ अनुसूचित जाति कल्याण मंत्रालय था। अब सत्ता-संगठन ने उनसे वन विभाग लेकर नए मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को सौंप दिया।
इसी बात को लेकर नागर सिंह नाराज थे। एक दिन पहले उन्होंने इसी बात को लेकर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पत्नी अनीता सिंह से भी इस्तीफा दिलवाऊंगा। गौरतलब है कि नागर सिंह चौहान की पत्नी अनीता रतलाम से सांसद हैं।
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