नफीस खान @ सीहोर। चुनाव आयोग (ECI ) आज जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तारीख ( Assembly Elections Dates ) के साथ मध्य प्रदेश के विजयपुर और बुदनी विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव का ऐलान कर सकता है। आयोग ने (16 अगस्त) दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। प्रदेश में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब तक तीन विधानसभा क्षेत्र के विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। इसमें दो कांग्रेस और एक भाजपा के हैं।
छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट कांग्रेस विधायक कमलेश शाह के इस्तीफा देने के चलते रिक्त हुई थी। कमलेश शाह बाद में भाजपा में शामिल हो गए। उप चुनाव, उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में लड़ा और जीत दर्ज की। इसी तरह कांग्रेस के दूसरे विधायक विजयपुर से रामनिवास रावत भी भाजपा में शामिल हो गए। मंत्री बनने के बाद उन्होंने भी विधायकी छोड़ दी। तीसरे विधायक भाजपा के शिवराज सिंह चौहान रहे। उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और केंद्र में मंत्री बनने के बाद बुदनी विधानसभा क्षेत्र से इस्तीफा दे दिया था।
शिवराज के इस्तीफे से खाली हुई बुदनी सीट
सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा सीट शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे के कारण खाली हुई है। शिवराज सिंह ने विदिशा से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। 17 जून को उनके इस्तीफा देने के बाद विधानसभा सचिवालय ने इस सीट को रिक्त घोषित किया था।
रामनिवास के भाजपा में आने से खाली हुई विजयपुर सीट
श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से छह बार के कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने अप्रैल महीने के अंत में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी जॉइन कर ली थी। 8 जुलाई को उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली और दो दिन बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। अब इस सीट पर उप चुनाव होने जा रहा है।
कार्तिकेय समेत बुदनी में ये दावेदार
बुदनी विधानसभा सीट से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के अलावा बीजेपी से करीब आधा दर्जन नेता दावेदार हैं। इनमें पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत, रवीश सिंह चौहान, रघुनाथ सिंह भाटी सहित कई स्थानीय नेता टिकट के लिए प्रयासरत हैं।
विजयपुर में बीजेपी से रामनिवास तय
विजयपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी की ओर से रामनिवास रावत का उम्मीदवार घोषित होना तय है। रामनिवास को मंत्री बनने के बाद छह महीने के अंदर विधायक निर्वाचित होना जरूरी है। ऐसे में वे बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस से अभी नाम फाइनल नहीं
भले ही चुनाव आयोग आज दोनों विधानसभा क्षेत्रों में आज चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दे लेकिन, कांग्रेस के खेमें में फिलहाल कोई ज्यादा हलचल नहीं हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ही सीटों पर प्रत्याशी कौन होगा, इसके लेकर प्रदेश अध्यक्ष का अभी फैसला नहीं हुआ है।
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