विपक्ष से ज्यादा बीजेपी विधायक दिखे सरकार से नाराज, सदन में जमकर घेरा

जनता के काम, योजनाएं अधूरी होने, प्रशासन के असहयोग और कार्रवाई न करने से नाराज विधायकों ने खूब सवाल दागे। ज्यादातर मामलों में विधायक मंत्रियों के जवाब से असंतुष्ट ही रहे। इसको लेकर मध्यप्रदेश विधानसभा में कई बार तीखी बहस भी हुई...

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Sanjay Sharma
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BJP MLAs are more angry Photograph: (thesootr)

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BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को सरकार विपक्ष के साथ-साथ अपने ही विधायकों के निशाने पर रही। जनता के काम, योजनाएं अधूरी होने, प्रशासन के असहयोग और कार्रवाई न करने से नाराज विधायकों ने खूब सवाल दागे। ज्यादातर मामलों में विधायक मंत्रियों के जवाब से असंतुष्ट ही रहे। इसको लेकर कई बार तीखी बहस भी हुई।

ठेकेदार ने एक साल में लगाए 56 में से केवल 14 ट्रांसफार्मर

ध्यानाकर्षण के दौरान भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने अपनी ही सरकार को घेरा। विधायक ने बिजली के संकट को दूर करने केंद्र की विद्युतीकरण योजना पर काम नहीं होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा 2023 में योजना स्वीकृत हुई थी। भिंड शहर के लिए 56 ट्रांसफार्मर भी तभी से उपलब्ध हैं। लोग परेशान हैं, लेकिन बिजली कंपनी के अफसर काम ही नहीं करा रहे हैं। उनके ठेकेदार एक साल में 14 ट्रांसफार्मर हो लगा पाए हैं। शहर में बिजली की लाइन भी चंद मीटर ही बिछाई जा सकी है। भिंड विधायक के सवाल के जवाब में मंत्री तुलसी सिलावट ने जो जानकारी दी उस पर बीजेपी विधायक ने आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा अफसर गलत जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं। मंत्री भी ऐसे अधिकारियों का बचाव कर रहे हैं। जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विधायक और मंत्री सिलावट के बीच भी इसको लेकर तीखी बहस हो गई। 

दो दिन पहले तेवर दिखाने वाले सीनियर विधायक ने किया समर्थन 

मंत्री के जवाब पर असंतुष्ट विधायक के तेवर देख वरिष्ठ विधायक भूपेंद्र सिंह भी नरेंद्र कुशवाह के समर्थन में खड़े हो गए। उन्होंने कहा बीजेपी के वरिष्ठ विधायक जो प्रश्न उठा रहे है वह उनकी पीड़ा है। अधिकारी को सस्पेंड करते हुए भी जांच कराई जा सकती है। ऐसा करने में किसी को आपत्ति भी नहीं होनी चाहिए। 

धूल से मुश्किल, निर्माणाधीन सड़क बढ़ा रही सांस की बीमारी 

कटनी से बीजेपी विधायक संदीप जायसवाल ने सरकार के सामने जनसमस्या रखी। उन्होंने कहा घंटाघर से जगन्नाथ चौक के बीच सड़क का चौड़ीकरण का काम चार साल से चल रहा है। सड़क खुदी पड़ी है जिसके कारण धूल समस्या बन गई है। इस सड़क के आसपास रहने वाले लोग, बच्चे–वृद्ध सब परेशान हैं। विधायक के सवाल पर नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया जमीन अधिग्रहण के चलते लोगों ने हाइकोर्ट में याचिका लगाई है। सड़क 12 मीटर से कम चौड़ी नहीं बनाई जा सकती। धूल की समस्या पर नियंत्रण के लिए मंत्री ने विधायक को आश्वस्त किया है।

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अधिकारियों के इशारे पर ये सब काम हो रहा है

प्रश्नकाल के दौरान उज्जैन विधायक सतीश मालवीय ने सिंहस्थ की जमीन पर कब्जे का प्रश्न उठाया। उन्होंने उज्जैन मास्टर प्लान के अंतर्गत यातायात नगर के लिए आरक्षित जमीन का व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के लिए व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है। अधिकारियों के इशारे पर  ये सब काम हो रहा है। उनके प्रश्न के समर्थन में बीजेपी के ही विधायक चिंतामण मालवीय आए। उन्होंने भी उज्जैन में सिंहस्थ के लिए आरक्षित जमीन में हेराफेरी होने का मामला उठाकर इसे रोकने की मांग की।  बैरसिया से बीजेपी विधायक विष्णु खत्री ने भी सरकारी जमीनों पर कब्जे और अधिकारियों की सांठगांठ की बात रखकर सरकार से सवाल किया। बीजेपी विधायक हरिशंकर खटीक ने राजधानी की अरेरा हिल पर हाउसिंग बोर्ड की ग्रीन मिडोज कॉलोनी के रकबे की जानकारी मांगते हुए रेलवे डिपो के निर्माण स्थल की दूरी और स्थानीय लोगों को होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी पर सवाल किया। जवाब में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जानकारी दी जिसे ज्यादातर विधायकों ने गलत बताया। उन्होंने कहा अधिकारी गलत जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं।

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