अतीक वारी ने बनाई फर्जी मछली पालन समिति, प्रियंक कानूनगो ने ऐसे किया पर्दाफाश

सीहोर के आष्टा में अतीक वारी ने तालाबों पर कब्जा कर फर्जी मछली पालन समिति बनाई। इसकी जांच करने पहुंचे NHRC के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

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Sandeep Kumar
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भोपाल में लैंड जिहाद को लेकर मछली परिवार पर लगातार कार्रवाइयां हो रही हैं। इसी प्रकार का एक मामला सीहोर जिले के आष्टा में सामने आया। अतीक वारी नामक व्यक्ति तालाबों पर कब्जा कर फर्जी समिति बनाकर मत्स्य पालन कर रहा था। इसकी सूचना मिलते ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सदस्य प्रियंक कानूनगो ने अधिकारियों को चेतावनी देकर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अवैध गतिविधि को तुरंत रोका जाए और मछुआरों को उनका अधिकार वापस किया जाए।

अतीक वारी का अवैध कब्जा 

प्रियंक कानूनगो ने बताया कि अतीक वारी ने कूटरचित दस्तावेजों से तालाबों पर कब्जा किया। इसके बाद उसने एक फर्जी मछली पालन समिति बनाई। मध्यप्रदेश की मत्स्य पालन नीति के तहत ST/SC और विशेष जातियों को प्राथमिकता दी जाती है। अतीक वारी ने इस नीति का उल्लंघन किया और फर्जी समिति बना कर कारोबार शुरू किया।

कानूनगो ने की जांच और निर्देश दिए 

प्रियंक कानूनगो ने इस फर्जी समिति के बारे में पता चलते ही अधिकारियों को नोटिस जारी किया था। जांच की रिपोर्ट समय पर नहीं मिलने पर उन्होंने व्यक्तिगत रूप से आष्टा पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि समिति का पंजीकरण कहीं भी नहीं पाया गया। सहकारिता विभाग के निर्वाचन अधिकारी द्वारा दी गई सूची में 19 हिंदू मछुआरों के नाम थे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया। उन्होंने अधिकारियों को इस फर्जी समिति को तुरंत समाप्त करने के निर्देश दिए।

सख्त चेतावनी और मछुआरों के अधिकार 

प्रियंक कानूनगो ने अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी और कहा कि मछुआरों को उनका हक जल्दी से जल्दी दिया जाए। अतीक वारी द्वारा कब्जा किए गए तालाबों में असली हकदार मछुआरों को मछली पालन का अवसर दिया जाए। उन्होंने कहा कि मछुआरों के हक की रक्षा सरकार की जिम्मेदारी है और उन्हें उनके अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता।

मछुआरे और अनुसूचित जनजाति के लोग 

इस दौरान आष्टा नगर के मछुआरे और मछली पालन करने वाले अनुसूचित जनजाति के लोग भी उपस्थित थे। प्रियंक कानूनगो ने मछुआरों से मुलाकात की और उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द ही किया जाएगा। उन्होंने मछुआरों को यह भी बताया कि सरकार उनकी तरफ है और उनके हक की रक्षा की जाएगी।

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