shaadi.com : मध्यप्रदेश के जबलपुर में ऐसा मामला सामने आया है जिसमें पीड़िता ने लाखों रुपए ठगने का आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि shaadi.com वेबसाइट के जरिए एक जालसाज ने उसे झांसे में फंसा कर लूटा और फिर सूरत में छोड़कर भाग गया। इस मामले में शादी के लिए सर्विस प्रोवाइड करने वाली वेबसाइट की वेरिफिकेशन प्रोसेस से लेकर जबलपुर पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
जलसाज ने इस तरह बनाया विधवा महिला को शिकार
जबलपुर की रहने वाली एक विधवा महिला जो दो बच्चों की मां भी है उसने पुनर्विवाह के लिए अपना रजिस्ट्रेशन shaadi.com वेबसाइट पर करवाया था। वेबसाइट की तरफ से महिला को कॉल आया कि विनय राजपूत आपकी प्रोफाइल में इंटरेस्टेड हैं और वह आपसे बात करना चाहते हैं। इसके बाद वेबसाइट के द्वारा कथित बैंक के बड़े अधिकारी विनय राजपूत को महिला का नंबर दिया गया जिसके बाद विनय ने जबलपुर आकर महिला और उसकी मां से बातचीत कर खुद को एक शासकीय बैंक का बड़ा अधिकारी बताते हुए शादी की बात आगे बढ़ाई । इसके बाद आरोपी विधवा महिला को अपनी बहन से मिलने के बहाने मुंबई ले गया। वहां से आरोपी ने महिला को शिर्डी, लोनावला जैसी जगह पर कुछ दिनों तक घुमाया भी। इसके बाद अपने परिजनों से मिलवाने के बहाने वह महिलाओं को सूरत ले गया। सूरत में आरोपी ने एक होटल किराए पर लिया और सुरक्षा का हवाला देते हुए महिला के जेवरात होटल के लॉकर में रखवा दिए। दूसरे दिन विनय उसे एक ब्यूटी पार्लर में यह कहकर छोड़ गया कि वह अपनी बहन को लेकर आ रहा है इस दौरान आरोपी ने महिला के पर्स को भी अपनी कार में ही रख लिया था। पीड़ित महिला देर शाम तक आरोपी विनय का इस ब्यूटी पार्लर में इंतजार करती रही पर आरोपी होटल के लॉकर में रखे जेवरात सहित सभी रुपए और महिला के एटीएम कार्ड सहित दस्तावेज लेकर फरार हो गया। इस पूरे मामले में धोखाधड़ी करते हुए महिला के साथ लगभग 8 लाख रुपए की ठगी की गई है।
गुलाबी गैंग की सहायता से महिला पहुंची जबलपुर
अपने साथ हुई ठगी का पता लगने के बाद महिला के द्वारा सूरत में ही पुलिस में शिकायत दी गई। अनजान शहर में सहायता के लिए पीड़ित महिला के द्वारा फेसबुक के जरिए गुलाबी गैंग की कमांडर पूर्णिमा वर्मा से संपर्क किया गया। मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और संपूर्ण महाराष्ट्र की गुलाबी गैंग कमांडर पूर्णिमा वर्मा के सहयोग से पीड़िता को सुरक्षित जबलपुर पहुंचाया गया और इसकी सूचना जबलपुर पुलिस को भी दी गई। जबलपुर पहुंची गुलाबी गैंग की पूर्णिमा वर्मा ने जबलपुर के पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग करते हुए यह सवाल उठाए हैं कि जब नए कानून के तहत व्हाट्सएप पर शिकायत भेजने के बाद भी पुलिस को कार्यवाही करने का अधिकार है तो जबलपुर पुलिस अधीक्षक के द्वारा इस मामले में अब तक पीड़िता की इंसाफ दिलाने की कोशिश क्यों नहीं की गई।
व्हाट्सएप पर की गई शिकायत पर क्या है नया कानून
इस मामले में जबलपुर हाईकोर्ट के अधिवक्ता उमेश पांडे ने बताया कि भारतीय नागरिक न्याय संहिता 2023 में धारा 154 को 173 के रूप में उल्लेखित किया गया है और धारा 173 में यह स्पष्ट है कि कोई भी पीड़ित अपनी शिकायत व्हाट्सएप या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के जरिए संबंधित पुलिस अधिकारी को सौंप सकता है। जिस पर पुलिस को मामला कायम कर कार्यवाही करनी होती है। अगर संबंधित अधिकारी के द्वारा तीन दिनों में शिकायत पर कार्यवाही नहीं की जाती तो धारा 173(4) के तहत पुलिस अधीक्षक को इस मामले में संज्ञान लेना होता है और अगर चार दिन बीतने के बाद भी पुलिस के द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती तो वह कानून का उल्लंघन है। और इसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही का नागरिकों को पूरा अधिकार दिया गया है।
Shaadi.com वेबसाइट की वेरिफिकेशन पर भी सवाल
गुलाबी गैंग के द्वारा यह आरोप लगाया गया कि आरोपी विनय राजपूत की shaadi.com पर ही फिरदौस और प्रखर सिंह नाम से भी ID दर्ज है। तो ऐसे में या साफ नजर आ रहा है कि shaadi.com के द्वारा प्रोफाइल बनाने वालों का कोई भी सत्यापन नहीं किया जाता जिसका फायदा इस तरह की जालसाजों को मिलता है। इस मामले के लव जिहाद से जुड़े होने के भी आरोप लगाए जा रहे हैं।