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भोपाल गैस त्रासदी के कचरे को पीथमपुर में जलाने के फैसले के विरोध में स्थानीय लोग कड़े विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कचरा जलाए जाने का विरोध कर रहे हैं लोगों में से दो युवक ने आत्मदाह की कोशिश की है। युवकों को गंभीर हालत में उपचार के लिए चोइथराम अस्पताल ले जाया गया है।
जानकारी के अनुसार, आज सुबह से ही पीथमपुर पूरी तरह से बंद है और कहीं भी दुकानें नहीं खुली हैं। लोग स्वेच्छा से अपने दुकानें बंद रख रहे हैं। सड़कों पर भारी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस को भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को जलाने को लेकर पीथमपुर में विरोध तेज, प्रदर्शनकारी युवकों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, दो युवक ने आत्मदाह की कोशिश की, युवकों को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए चोइथराम अस्पताल लाया गया। देखें वीडियो 👇#dhar #Pithampur #UnionCarbide #bhopal… https://t.co/EnU9xr7gId pic.twitter.com/Rlhg2Rzj1u
— TheSootr (@TheSootr) January 3, 2025
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कोशिशें नामाक
बीती रात जब कचरा भोपाल से पीथमपुर पहुंचा, तब से स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कई कोशिशों के बावजूद जनता पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। विभिन्न संगठन और संस्थाएं इस मुद्दे पर एकजुट होकर कड़े विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। लोग कचरा जलाने पर आंदोलन को और भड़काने की चेतावनी दे रहे हैं।
इंदौर से भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए संगठन
इंदौर से कई संगठन, मजदूर संघ और किसान संघ के सदस्य बड़ी संख्या में पीथमपुर पहुंचे हैं। इन लोगों ने भी स्थानीय लोगों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया। कचरे को पीथमपुर में जलाने के विरोध में यह प्रदर्शन लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री की अपील पर नहीं पड़ा कोई असर
सीएम मोहन यादव ने कल स्थानीय लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। कैलाश विजयवर्गीय ने भी विरोध के दौरान एक बैठक में इस मुद्दे पर चिंता जताई, लेकिन उनकी अपील भी प्रदर्शनकारियों को शांत नहीं कर सकी।
कमलेश्वर डोडियार भी कूदे मैदान में
सैलाना से विधायक कमलेश्वर डोडियार ने भी जहरीले कचरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लिया है। डोडियार ने कहा, पीथमपुर, इंदौर और धार के लोगों को यूनियन कार्बाइड के जहर से मरने नहीं देंगे। सरकार को इसके लिए या तो कोई दूसरा स्थान तलाशना होगा या फिर इस कचरे को अमेरिका भेजना चाहिए, क्योंकि कचरा अमेरिकी कंपनी यूनियन कार्बाइड ने ही उत्पन्न किया है।
गौरतलब है कि कमलेश्वर डोडियार पहले भी रतलाम जिला अस्पताल में डॉक्टर से विवाद के चलते सुर्खियों में आए थे। धरना-प्रदर्शन में उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। इसके बाद उन्होंने विधानसभा भवन के बाहर मौन धरने पर बैठकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाई थी। अब वे पीथमपुर में चल रहे इस आंदोलन में भी शामिल हो गए हैं।
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