INDORE : भोपाल में 6 नवंबर को ईडी (ED) द्वारा मारे गए छापे की औपचारिक जानकारी जारी हो गई है। ईडी द्वारा इस मामले में प्रेस नोट जारी किया है और छापे की पुष्टि की है। यह छापे गर्ग परिवार के एक्सेल व्हीकल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को लेकर किया गया है जो भोपाल में स्थित है। इसी कंपनी की सिस्टर्न कंपनियां है जिसमें माय कार के दफ्तर भोपाल व इंदौर में भी है। जांच में मोबाइल, दस्तावेज के साथ ही 85 लाख की कीमत के हीरे, सोने के गहने और 25 लाख रुपए नकदी जब्त की गई। जांच जारी है।
यह है गर्ग परिवार की अन्य कंपनियां
गर्ग परिवार की एक्सेल व्हीकल कंपनी के साथ ही माय स्टोर प्रालि, कर्टसी मोटर्स प्रालि, माय फोन टेलीसर्विसेस प्रालि, माय एक्यूपमेंट प्रालि, माय कार (इंदौर) प्रालि, सुनोज मर्चेंडाइस प्रालि व अन्य है।
ईडी ने 44 करोड़ के घोटाले में की कार्रवाई
ईडी ने बताया कि कार्रवाई 44 करोड़ के बैंक घोटाले को लेकर की है। एक्सेल व्हीकल कंपनी और इसके डायरेक्टर ( आरओसी रिकार्ड के अनुसार कंपनी में बेनी माधव गर्ग, मंजू गर्ग, सौरभ गर्ग. ऋषभ गर्ग है) और अन्य द्वारा बैंक ऑफ इंडिया से प्राप्त राशि का डायवर्सन सिस्टर कंपनियों व अन्य संस्थाओं में कर डाला। इससे बैंक को 44 करोड़ का नुकसान हुआ।
ईडी ने इस आधार पर की कार्रवाई
ईडी ने यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा इस मामले में विविध धाराओं में पूर्व में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर की है। वहीं ईडी की जांच में आया था कि कंपनी ने 2014 में बैंक ऑफ इंडिया से 42 करोड़ की क्रेडिट सुविधा ली थी। साल 2017 में खाता एनपीए हो गया। साथ ही साल 2019 में एक्सेल व्हीकल कंपनी की सहयोगी कंपनी माय कार (भोपाल) द्वारा क्रेडिट हासिल करने के लिए पहले से ही कुछ संपत्तियों को गिरवी रखा हुआ था। इन्हीं संपत्तियों को बैंक ऑफ इंडिया को भी गिरवी रखा गया। जांच में यह भी आया कि एक्सेल कंपनी ने मिली क्रेडिट राशि को अपनी सहयोगी कंपनियों मे शिफ्ट किया और इससे सहयोगी कंपनियों के विक्रेताओं को भुगतान किया गया।
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