भोपाल पुलिस की हिरासत में 55 वर्षीय पीडब्ल्यूडी कर्मचारी मोहम्मद अकरम की मौत हो गई। उन्हें बहू की शिकायत पर ऐशबाग थाने बुलाया गया था। बुधवार शाम को पत्नी और बेटे के साथ थाने पहुंचने पर उनकी तबीयत बिगड़ गई। आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर की बदसलूकी और धमकियों के कारण वे डर गए, जिसके बाद उनकी हालत खराब हो गई।
अकड़ने लगे थे मोहम्मद अकरम के हाथ-पैर
मृतक की पत्नी रुबीना 0ने बताया कि उनके पति को घबराहट हो रही थी और उन्होंने यह बात थाने के एसआई को बताई थी। इसके बावजूद एसआई ने उन्हें अस्पताल जाने की अनुमति नहीं दी। जब मोहम्मद अकरम के हाथ-पैर अकड़ने लगे, तो एसआई ने उन्हें फटकारते हुए कहा कि वे नाटक कर रहे हैं और उन्हें लॉकअप में बंद कर डंडे मारने की धमकी दी। इसके तुरंत बाद अकरम बेसुध होकर गिर पड़े। उन्हें आनन-फानन में हमीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
न्यायिक जांच का आदेश
इस मामले में न्यायिक जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि मोहम्मद अकरम, जो बाग फरहत अफ्जा के निवासी थे, पीडब्ल्यूडी में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे और भारत टॉकीज स्थित दफ्तर में काम करते थे। बुधवार शाम 7 बजे उनकी 19 वर्षीय बहू ने ऐशबाग थाने में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था, जिसके चलते अकरम और उनके परिवार को थाने बुलाया गया था।
मोहम्मद अकरम की हिरासत में मौत की खबर फैलते ही उनके घर के बाहर रिश्तेदार और जान-पहचान वाले लोग इकट्ठा हो गए। इस दौरान कुछ लोग थाने का घेराव करने की बात कर रहे थे। हालांकि, पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद थाने के बाहर किसी तरह का प्रदर्शन नहीं हुआ। सुरक्षा के मद्देनजर ऐशबाग थाने के बाहर तीन थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है।
अकरम के परिवार और बहू हुई थी बहस
पुलिस के अनुसार, थाने में अकरम के परिवार और उनकी बहू के बीच बहस हुई थी, जिसके दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी। उनके परिजन उन्हें तुरंत हमीदिया अस्पताल लेकर गए, लेकिन पुलिस ने थाने में किसी भी तरह की मारपीट या दुर्व्यवहार से इनकार किया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच में भी ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे मारपीट की पुष्टि हो सके।
घर पर धमकी देने का आरोप
मोहम्मद अकरम की पत्नी रुबीना ने बताया कि उनकी बहू अक्सर बिना बताए मायके चली जाती थी और मनाने पर भी नहीं लौटती थी। बुधवार शाम 6.30 बजे ऐशबाग थाने के एसआई अनिल श्रीवास्तव उनके घर बहू के भाई के साथ आए और पूरे परिवार को थाने चलने के लिए कहा। जब परिवार ने थोड़ी देर में आने की बात कही, तो एसआई ने धमकी दी कि वे अगर जल्द नहीं पहुंचे, तो उन्हें पीटते हुए ले जाया जाएगा।
थाने पहुंचने पर एसआई ने बदसलूकी शुरू कर दी और कहा कि महिला का पक्ष मजबूत है, इसलिए एकतरफा कार्रवाई होगी। इसके बाद अकरम की तबीयत बिगड़ गई। जब उन्होंने घबराहट महसूस होने पर बाहर बैठने की अनुमति मांगी, तो एसआई ने उन्हें फटकार दिया। कुछ ही देर बाद अकरम के हाथ-पैर अकड़ने लगे और वे बेसुध हो गए। रुबीना ने कहा कि जब उन्होंने रोते हुए अपने पति को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई, तब भी एसआई ने इसे नाटक करार दिया।
परिवार की मांग
अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद रुबीना ने एसआई पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि उनके पति को न्याय मिल सके।
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