भोपाल में पैसों और बच्चों की पढ़ाई के खर्च का लालच देकर लोगों को धर्म परिवर्तन करने वाली महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
17 जुलाई को पुलिस ने दो फरार आरोपियों को भी पकड़ा लिया। आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए। खुलासा हुआ कि इनमें से दो महिलाएं और दो पुरुष खुद धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म में शामिल हुए हैं। अब ये लोग प्रचार कर अन्य लोगों को भी धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते हैं। पुलिस ने पांचों आरोपियों से पूछताछ के बाद नोटिस देकर छोड़ दिया है।
एक आरोपी वकील, तो दूसरा वार्डन
महिलाओं के पास से प्रचार- प्रसार संबंधी पर्चे मिले हैं। गिरफ्तार महिलाओं के नाम मैरी वस्तवाल, मैरी मसीहा और सुमन मसीहा हैं। दो अन्य आरोपी चंद्रभान और बदाप्रसाद भाग गए थे। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आरोपी बदाप्रसाद वकील हैं और आरोपी चंद्रभान प्राइवेट जॉब करता है, जबकि मैरी वस्तवाल गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन हैं।
बदाप्रसाद के पास है LLB की डिग्री
जानकारी के मुताबिक आरोपी बदाप्रसाद तेलंगाना का रहने वाला है। उसने 2002 के बाद अपना धर्म बदला था। इसके बाद वह स्वेच्छा से ईसाई धर्म का पालन करने लगा। कन्वर्ट होने के एवज में रकम नहीं मिली। बाद में खुद की मर्जी से धर्म के प्रचार भी शुरू किया।
बदाप्रसाद के पास एलएलबी और एलएलएम की डिग्री है। जबकि दूसरा आरोपी चंद्रभान बिहार का रहने वाला है। 2016
में उसने सुमन पासवान उर्फ सुमन मसीहा से लव मैरिज की थी। सुमन क्रिश्चियन धर्म का पालन करती थी। शादी के बाद चंद्रभान भी कन्वर्ट हो गया।
गरीब बस्तियों में जाकर करते थे धर्म का प्रचार
आरोपी मैरी वस्तवाल नर्मदापुरम में गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन है। 2013 में उन्होंने धर्म परिवर्तन किया था। बदाप्रसाद, चंद्रभान और सुमन चारों बागसेवनिया के हब्रान प्रार्थना स्थल से जुड़े हैं।
हर रविवार यहां प्रार्थना के बाद गरीब बस्तियों में जाते थे। ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार कर लोगों को लुभाते थे। उन्हें लाखों रुपए देने का झांसा तक देते थे, जबकि आरोपी मेरी मसीह क्राइस्ट चर्च गोविंदपुरा से जुड़ी है, वह जन्म से ही ईसाई है। पांचों सिर्फ गरीब बस्तियों में प्रचार का काम करते हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल राजधानी भोपाल में महिलाएं पैसों का लालच देकर लोगों को धर्म परिवर्तन ( conversion offer ) करने का लालच दे रही थीं। पिपलानी क्षेत्र में जब बजरंग दल से जुड़े एक कारोबारी को महिलाओं ने यह ऑफर दिया तो उन्होंने तीन आरोपी महिलाओं को पुलिस के हवाले करवा दिया। गिरफ्तार महिलाओं के नाम मेरी वस्तवाल, मेरी मसीहा व सुमन मसीहा हैं। दो अन्य आरोपी चंद्रभान और बदाप्रसाद भाग गए थे।
20 लाख रुपए और बच्चों की पढ़ाई का ऑफर
शहर के शिव नगर इलाके में कुछ महिलाएं ईसाई धर्म अपनाने के पर्चे बांट रही थीं। साथ ही धर्म परिवर्तन के लिए लालच दे रही थीं।
इसी दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता धनवीर सिंह को भी तीन महिलाओं ने धर्म परिवर्तन का ऑफर दिया। महिलाओं ने ईसाई धर्म अपनाने पर उन्हें 20 लाख रुपए और बच्चों की फ्री में पढ़ाई कराने का वादा किया।
नन हैं तीनों महिलाएं
धर्म परिवर्तन के लिए लालच देने की शिकायत पर पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया। शिकायत मिलने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो महिलाएं धर्म परिवर्तन के लिए पर्चे बांटते दिखाई दीं।
धार्मिक स्वतंत्रता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत इन्हें गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों महिलाएं नन हैं। इन महिलाओं के नाम मेरी वस्तवाल, मेरी मसीहा और सुमन मसीहा हैं। 2 भोपाल की रहने वाली हैं, जबकि एक नर्मदापुरम की है।
इलाके के लोगों के अनुसार इन 3 महिलाओं के साथ 2 पुरुष भी धर्म परिवर्तन करने प्रचार- प्रसार करते हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया था। आरोपी चंद्रभान और बदाप्रसाद पुलिस को आते देख इलाके से भाग गए थे। हालांकि अब इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
2 महीने पहले कन्वर्ट हुई एक महिला
धर्म प्रचार के दौरान एक महिला ने कारोबारी को बताया कि उनका धर्म अपनाने के बहुत फायदे हैं। उसने खुद 2 महीने पहले ईसाई धर्म अपनाया है। इसके बाद उसे रहने के लिए अच्छा घर और कैश दिया गया। उसके बच्चों की पढ़ाई भी अच्छे स्कूल में कराई जा रही है।