New Update
Listen to this article
0.75x
1x
1.5x
00:00
/ 00:00
भोपाल के शाहजहांनाबाद में 3 दिन से लापता बच्ची का शव गुरुवार 26 सितंबर को मिल गया है। बच्ची का शव मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के बंद फ्लैट में पानी की टंकी में मिला है। जहां बच्ची का परिवार रहता था। वहीं पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी मिश्र ने बताया कि आरोपी ने बच्ची को अगवा किया और फिर रेप के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव पानी की टंकी में छिपा दिया।
मां और बहन को भी बनाया आरोपी
पुलिस ने आरोपी अतुल को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अतुल की मां और बहन को भी आरोपी बनाया है, क्योंकि दोनों ने घटना को छिपाने की कोशिश की थी। पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की है।
थाने के सामने दिया धरना
बच्ची के परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। गुस्साई भीड़ ने टीबी अस्पताल रोड को जाम कर दिया। थाने के सामने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। लोगों की मांग है कि बच्ची की हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।
आरोपियों को फांसी की सजा मिले : सीएम मोहन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर कहा कि इस घृणित अपराध की जांच के लिए एस.आई.टी. गठित की गई है। जांच दल को निर्देशित किया है कि सभी तथ्यों का गहराई से अध्ययन करें और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में संलिप्त कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए। इस तरह के वीभत्स अपराधों में फांसी का प्रावधान है।
भोपाल के शाहजहांनाबाद क्षेत्र में एक पांच वर्षीय बालिका के साथ घटित संवेदनशील घटना में शामिल तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ऐसी दूषित मानसिकता वाले लोगों का समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता। इस प्रकरण में लगभग 200 पुलिस अधिकारी/कर्मचारी पिछले 48 घंटों से लगातार…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 26, 2024
आरिफ मसूद ने दी सीएम हाउस घेरने की चेतावनी
प्रदर्शन 3 घंटे तक चला जिसके पुलिस अधिकारियों ने लोगों को भरोसा दिलाया कि आरोपियों को राउंडअप कर लिया गया है। मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद शाम को प्रदर्शन खत्म कर दिया। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने का कहा कि अगर आरोपियों को जल्द सजा नहीं दी गई तो सीएम हाउस का घेराव करेंगे।
नगर निगम कर्मचारियों से भी पूछताछ
पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। पूछताछ के लिए नगर निगम के कुछ कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया है, क्योंकि लड़की के लापता होने के समय नगर निगम के कर्मचारी बिल्डिंग में फॉगिंग कर रहे थे।
संदिग्ध लोगों से हो रही पूछताछ : एडिशनल डीसीपी
एडिशनल डीसीपी शालिनी दीक्षित का कहना है कि बच्ची का शव सामने वाले घर में पानी की टंकी में मिला है। जिस मकान में शव मिला है, उसमें पांच महीने पहले ही लोग किराए पर रहने आए थे। पुलिस ने बच्ची के पड़ोसी बसंती चंचल और अतुल को हिरासत में लिया है। परिजनों ने उन पर बच्ची को बेचने की नीयत से अगवा करने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने मध्य प्रदेश को हमारी बेटियों के लिए नर्क से भी बदतर बना दिया है। कहीं हमारी बच्चियों के साथ घिनौने अपराध हो रहे हैं, तो कहीं दिनदहाड़े हत्याएँ। भोपाल की एक मासूम बेटी, जो तीन दिनों से ग़ायब थी, आज दुर्भाग्यवश पानी की टंकी में मृत मिली है।
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 26, 2024
अगर प्रदेश की राजधानी ही…
राजधानी हुई नर्क से बदतर
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश को हमारी बेटियों के लिए नर्क से भी बदतर बना दिया है। कहीं हमारी बच्चियों के साथ घिनौने अपराध हो रहे हैं, तो कहीं दिनदहाड़े हत्याएँ। भोपाल की एक मासूम बेटी, जो तीन दिनों से गायब थी, आज दुर्भाग्यवश पानी की टंकी में मृत मिली है।
पड़ोसी ने कहा, आज फ्लैट में बदबू आ रही थी
मल्टी में रहने वाले पड़ोसी कला कुशवाह ने बताया कि पुलिस वाले नीचे लड़की को खोज रहे थे। आज उसके लापता होने के चौथे दिन फ्लैट से बदबू आ रही थी। मैं उसकी दादी को साथ ले गई। उसकी दादी ने पुलिस को फोन किया। पहले दो पुलिस वाले गए। उनके बाद और लोग आए। उन्होंने हमें देखने नहीं दिया। पुलिस वाले पानी की टंकी अपने साथ ले गए। यह किराएदार का फ्लैट था।
कब हुई थी बच्ची लापता
घटना भोपाल के शाहजहांनाबाद इलाके में स्थित बाजपेयी नगर बिल्डिंग की है। 36 घंटे से लापता बच्ची का नाम सृष्टि था, जो 24 सितंबर को अपने घर से नीचे उतरी और अपनी दादी के साथ कॉपी लेने चली गई। इसके बाद सृष्टि घर लौट आई। इसके बाद मासूम बच्ची फिर अपने बड़े पापा के पास चली गई। तब से उसकी कोई खबर नहीं मिली। इस घटना के बाद बच्ची के परिजनों ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की। पुलिस ने डॉग स्क्वॉड के साथ-साथ ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। इसके अलावा पुलिस ने इलाके के सैकड़ों फ्लैटों की तलाशी ली, लेकिन बच्ची कहीं नहीं मिली।