मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में पार्वती नदी में पांच लोग बह गए, जिनमें से तीन लोगों को बचा लिया गया है। उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कालापीपल रेफर किया गया है। वहीं दो लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। बताया गया है कि हादसा आज सुबह लगभग 8 बजे देहरी घाट पर हुआ।
मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम
घटना की जानकारी होते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और तीन लोगों को नदी से बाहर निकाल लिया गया। जबकि 2 लोगों का कुछ पता नहीं है, जिनकी तलाश जारी है।
क्या कहा थाना प्रभारी ने
मंडी थाना प्रभारी माया सिंह ने बताया कि हादसा आष्टा थाना क्षेत्र के अमलाहा चौकी के अंतर्गत हुआ है। देहरी घाट पर रेस्क्यू टीम पहुंच गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चलाया जा रहा है।
दो जिलों की सीमा से लगता है देहरीघाट
पार्वती नदी का देहरीघाट दो जिलों की सीमा को छूता है। नदी के एक तरफ शाजापुर जिला और दूसरी तरफ सीहोर जिला लगता है। पितृमोक्ष अमावस्या के चलते करीब 50 गांवो के लोग स्नान करने पहुंचे हैं।
मामा भांजे हैं लापता
सीहोर की पार्वती और अजनाल नदी के संगम में जो हादसा हुआ उसमें तीन को तो निकाल लिया गया, लेकिन जो दो लोग अभी लापता है, वह रिश्ते में मामा- भांजे हैं।
कब हुआ हादसा
देहरी घाट पर आज सुबह करीब 8 बजे 5 युवक पितृमोक्ष अमावस्या पर स्नान के लिए नदी में उतरे थे। इसी दौरान वह गहराई में चले गए और पानी में डूबने लगे। बचाए गए तीन लोगों को सीहोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जबकि कालापीपल के रहने वाले कृपाल मेवाड़ा (30) और उसका भांजा बीरबल मेवाड़ा (19) लापता हैं।
अब न उतरें पानी में
हादसे के बाद मौके पर अमलाहा पुलिस चौकी प्रभारी अजय जोझा, मंडी थाना, आष्टा थाना और कालापीपल थाना पुलिस के साथ—साथ विधायक घनश्याम चंद्रवंशी भी मौजूद हैं। सभी को घाट के किनारे स्नान करने की हिदायत दी जा रही है।
पितृ मोक्ष अमावस्या पर लगता है मेला
पितृ मोक्ष अमावस्या के चलते देहरी घाट पर अमावस्या को मेला लगता है, जहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीण स्नान करने आते हैं। आस—पास के क्षेत्रों के जो लोग अपने पूर्वजो की अस्थियों को उज्जैन या इलाहाबाद लेकर नहीं जा पाते वे पार्वती और अजनाल नदी के संगम में उनकी अस्थियां विसर्जित करते हैं।