अपनी आर्थिक हालत मजबूत करने में जुटे नगर निगम इंदौर ने शहर के सौ सबसे बड़े बकायादारों की सूची बना ली है। अब इन सभी पर सख्ती की तैयारी हो रही है। लिस्ट के हिसाब से तो आईडीए (इंदौर विकास प्राधिकरण) ही सबसे बड़ा बकायादार है और कई अन्य सरकारी महकमे भी शामिल हैं, लेकिन निजी ग्रुप में शहर के कई नामचीन लोग शामिल है।
निजी में सहारा सबसे बड़ा बकायादार
निगम की सूची के अनुसार निजी स्तर पर सबसे बड़ा बकायादार सहारा ग्रुप है। सहारा इंडिया कमशिर्यल कॉर्पोरेशन, सहारा सिटी होम्स भिचौली पर 44 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बाकी है।
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बड़े लोगों में यह सभी शामिल
'द सूत्र' को नगर निगम से मिली बकायादारों की सूची के अनुसार....
- शेख मोहम्मद युनूस की निहालपुर मुंडी की संपत्ति पर 12 करोड़ रुपए बकाया है।
- संजय चौधरी के ब्रिलिंयट (Brilliant Sare Reality Private Limited) पर विविध संपत्तियों पर 6 करोड़ से ज्यादा राशि बकाया है। साथ ही मेसर्स ब्रिलियंट एस्टेट्स लिमिटेड व मेसर्स चौधरी बिल्डर्स प्रालि भी बकायादारों में शामिल हैं।
- इस्लामिया करिमिया (आईकेडीसी) पर भी 5 करोड़ से ज्यादा बकाया है।
- जेएमजी इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स कुणाल पित अश्विन पर 4.50 करोड़।
- सत्य सांई विद्या विहार पर 2.71 करोड़ रुपए।
- चोइथराम फाउंडेशन के भी अलग-अलग संपत्तियां पर बकाया राशि है, इसमें टी चोइथराम फांउडेशन के साथ ही चोइथराम चेरिटेबल ट्रस्ट, स्कूल नार्त कैंपस आदि शामिल है। करीब चार करोड़ की राशि बकाया निकल रही है।
- गुरजीत सिंह यानी पिंटू छाबड़ा की बेबीलोन कंपनी भी 1.41 करोड़ की बकाया राशि में शामिल है, साथ ही प्रभजोत कौर पर 2.43 करोड़ की राशि बकाया है।
- यशवंत क्लब (वायसी) पर भी निगम का 1,41 करोड़ रुपए बकाया है।
- मप्र के सबसे अमीर व्यक्ति विनोद अग्रवाल के भाई पुरूषोत्तम अग्रवाल के अग्रवाल पब्लिक स्कूल (लर्न बाय अग्रवाल चेरिटेबल ट्रस्ट) पर 2.24 करोड़ रुपए बकाया है।
- माखीजा कंस्ट्रक्शन पर दो करोड़ से ज्यादा की राशि बाकी है।
- इंडस ग्लोबल एजुकेशन पर दो करोड़, आरकेडीएफ पर 1.80 करोड़ बाकी है।
- शाशवत रियलिटी डेवलपर्स सत्यप्रकाश कुमावत पर निगम का 1.51 करोड़ का हिसाब निकलता है
- संजय पिता सुरेश चंद लुणावत पर भी निगम का 92 लाख रुपए बकाया है।
- विवादित जगन्नाथ नारायण धर्मादा ट्रस्ट पर भी निगम की 84 लाख की बकाया राशि है।
- सोसायटी की जमीन को लेकर लगातार विवादों में चलने वाले श्रीराम बिल्डर्स पर भी पुष्पविहार की जमीन को लेकर 1.11 करोड़ रुपए बकाया है।
सरकारी विभाग, संस्थाओं में यह शामिल
सबसे बड़े बकायादारों में सरकारी विभाग में आईडीए ही है, इसकी योजना 166 को लेकर ही करीब 53 करोड़ की राशि बकाया है। इसके साथ ही स्कीम 140 व अन्य कई स्कीम की संपत्तियां है। वहीं सरकारी विभाग में आईटीआई, आईजी बीएसएफ, एमजीएम मेडिकल कॉलेज, एग्रीकल्चर कॉलेज, आरआर कैट, बीएसएनएल, वन मंडल आदि शामिल है।
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