संजय गुप्ता @ INDORE. बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार केंद्र, मप्र और नगर निगम में है। फिर भी इंदौर जैसे शहर को पानी देने में फेल हो रही है। बीजेपी के ही पार्षद कमलेश कालरा वार्ड 65 ने अपने ही निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और पानी की समस्या पर अर्धनग्न होकर शनिवार सुबह बेलेश्वर महादेव मंदिर के पास धरने पर बैठ गए।
महापौर फोन नहीं उठा रहे, अधिकारी कुछ नहीं कर रहे
कालरा ने द सूत्र को बताया कि मैं लगातार दो महीने से पानी की समस्या उठा रहा हूं। महापौर पुष्यमित्र भार्गव से लेकर विधायक, सभी अधिकारियों को इस मामले से अवगत करा चुका हूं। तीन वार्ड के 70 हजार लोग इसके कारण परेशान हो रहे हैं। अब तो 8 दिन से महापौर मेरे फोन ही नहीं उठा रहे और कहा जा रहा है कि वह बाहर है। इसलिए मजूबरी में अपनी जनता के लिए बैठना पड़ रहा है। यह टंकी उंचाई में इंदौर की सबसे बड़ी है लेकिन मुश्किल से ढाई-तीन मीटर ही भरती है।
जब फोन होता है तो एक दिन पानी आता है फिर रूक जाता है
कालरा ने कहा कि महापौर से पहले जब बात हुई तो अगले दिन पानी ठीक आ जाता है और फिर दूसरे दिन वही हाल हो जाते हैं। मेरे साथ धरने पर पार्षद मृदुल अग्रवाल भी बैठे थे लेकिन फिर किसी का फोन आया और वह उठकर चले गए। मैं अपनी पार्टी के खिलाफ नहीं हु और न किसी अन्य के लेकिन मेरे क्षेत्र की जनता को पानी चाहिए और उनके लिए धरने पर बैठा हूं।
उधर राठौर के घर लगातार पानी सप्लाय हो रहा था
नगर निगम अब सफाई से ज्यादा घोटालों के लिए चर्चित हो गई है। 150 करोड़ के घोटाले में एक के बाद एक विभाग सामने आ रहे हैं और साथ ही उनकी जादूगरी भी। कहीं बिना काम के फर्जी बिल से भुगतान तो कहीं पर काम करने से पहले ही भुगतान हो गए। वहीं इस घोटाले के मास्टरमाइंड अभय राठौर के यहां तो अलग खेल मिला, चार-चार अवैध कनेक्शन उनके औऱ् जीजा के राकेश चौहान के घऱ् मिले, जिसमें सतत पानी सप्लाय होती मिली थी। इसें 3.50 करोड रुपए से ज्यादा की पानी चोरी पाई गई। उधर आम लोगों को सामान्य पानी भी नहीं मिल रहा है।