बीजेपी के सदस्यता अभियान के तहत इंदौर में अभी तक 52 फीसदी लक्ष्य पूरा हुआ है। वहीं इसमें भी इंदौर एक विधानसभा ( जो नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की है ) वह पूरे प्रदेश में 91 फीसदी लक्ष्य पूरा कर नंबर वन पर है। वहीं प्रदेश में दूसरे नंबर पर मल्हारगढ़ विधानसभा है तो वहीं तीसरे नंबर पर इंदौर विधानसभा दो विधायक रमेश मेंदोला है। यहां पर लक्ष्य का 73 फीसदी पूरा हो गया है।
इंदौर में कैलाश, रमेश ही आगे, मालिनी, महेंद्र, मधु की हालत खराब
इंदौर जिले की विधानसभाओं की बात करें तो यहां पर सबसे निचले पायदान पर इंदौर विधानसभा चार की विधायक मालिनी गौड़, पांच के विधायक महेंद्र हार्डिया और राऊ विधायक मधु वर्मा है। यह तीनों अभी 40 फीसदी लक्ष्य पर भी नहीं पहुंचे हैं।
यह है नगरीय क्षेत्र में स्थिति
- इंदौर एक- कैलाश विजयवर्गीय- 78 हजार का लक्ष्य- 71 हजार पूरा- 91 फीसदी
- इंदौर दो- रमेश मेंदोला- 74 हजार का लक्ष्य- 54 हजार पूरा, 73 फीसदी
- इंदौर तीन- गोलू शुक्ला- 48 हजार का लक्ष्य- 23 हजार पूरा- 49 फीसदी
- इंदौर चार- मालिनी गौड़- 52 हजार का लक्ष्य- 19 हजार पूरा- 38 फीसदी
- इंदौर पांच- महेंद्र हार्डिया- 85 हजार का लक्ष्य- 27 हजार पूरा- 32 फीसदी
- राऊ- मधु वर्मा- 72 हजार का लक्ष्य- 20 हजार पुरा- 29 फीसदी
(इंदौर नगर में 4.11 लाख का लक्ष्य, इसमें 2..16 लाख, 52 फीसदी पूरा हुआ)
वहीं ग्रामीण इंदौर में यह ही स्थिति
- सांवेर विधानसभा- तुलसी सिलावट- 76 हजार का लक्ष्य- 37 हजार पूरा- 48 फीसदी
- देपालपुर विधानसभा- मनोज पटेल- 69 हजार का लक्ष्य- 32 हजार पूरा- 46 फीसदी
- महू विधानसभा- उषा ठाकुर- 65 हजार का लक्ष्य- 26 हजार पूरा- 40 फीसदी
(ग्रामीण में 2.10 लाख का लक्ष्य, 95 हजार पूरा- 45 फीसदी)
जल्द लक्ष्य से आगे निकलेंगे-गुप्ता
सदस्यता कार्य के प्रभारी व पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि लगे हुए हैं और निचले स्तर पर भी टीम काम कर रही है, हर कार्यकर्ता लगा हुआ है इंदौर जल्द ही सदस्यता में नंबर वन होगा। हमारी विधानसभा एक पूरे मप्र में नंबर वन पर है औऱ् इंदौर दो तीसरे नंबर पर है। उल्लेखनीय है कि पहले भी हुए सदस्यता अभियान के समय गुप्ता इंदौर एक से विधायक थे और तब भी यह विधानसभा सदस्यता अभियान में आगे रही थी। अब मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के डोर टू डोर अभियान के बाद उनकी टीम जुटी हुई है और लक्ष्य पूरा करने के लिए सबसे आगे चल रही है।
प्रदेशाध्यक्ष चेता गए थे
हाल ही में प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए इंदौर आए थे। तब उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया था कि मैदान में नहीं उतरने और अधिक सदस्यता नहीं बनाने के चलते ही कई मंत्री और तोपचंद विधायक विधानसभा में चुनाव हार गए थे। इसलिए अधिक सदस्य बनाना और बूथ स्तर पर काम करना सबसे ज्यादा अहम है। कार्यकर्ता के कारण ही जीत मिलती है, सांसद शंकर लालवानी हो या कोई और इनके बिना कोई इतने वोट नहीं ला पाता।
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