संजय गुप्ता@ INDORE.
बीजेपी के युवा मोर्चा अध्यक्ष सौगात मिश्रा ( BJP Yuva Morcha President Saugata Mishra ) और उपाध्यक्ष कपिल गोयल ( Vice President Kapil Goyal ) विवादों में फंस गए हैं। दोनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत हुई है और दो करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि इस लेनदेन की बात भी और कहीं नहीं पार्टी दफ्तर पर ही हुई।
पीएम, सीएम को भी भेजी गई शिकायत
फरियादी व्यापारी बीजेपीसे जुड़ा है, इसका जिक्र भी उसने शिकायत में किया है। शिकायत की कॉपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत पार्टी के बड़े नेताओं और पुलिस कमिश्नर को भेजी है।
यह है मामला
इंदौर के व्यापारी जयेश लक्ष्मीनारायण व्यास निवासी नारायण बाग ( Narayan Bagh ) हैं। उनका आरोप है कि सौगात मिश्रा और कपिल गोयल ने प्रॉपर्टी और व्यावसायिक जरूरतों के चलते 2 करोड़ रुपए लिए थे। इसकी डेटलाइन 31 मार्च 2024 थी। अब दोनों मेरे रुपए नहीं लौटा रहे इसलिए शिकायत कर दी है। जयेश ने यहां तक कहा कि दोनों ही नेताओं ने पार्टी कार्यालय पर ही बात की थी। कपिल गोयल ने सौगात मिश्रा के माध्यम से कहा था कि दो करोड़ की जरूरत है। प्रापर्टी लेना है और दूसरी जरूरत है। मैंने दो किश्त में दो करोड़ रुपए दिए थे। यह राशि 7 और 28 अगस्त 2023 में दिया गया, पूरी लिखापढ़ी हुई। बदले में कपिल ने 25-25 लाख रुपए के अलग-अलग चेक दिए। रुपया लौटाने की तारीख 31 मार्च 2024 तय हुई थी। लेकिन समय बीत जाने के बाद भी रुपए नहीं लौटाए। कपिल गोयल ने मुझे जो चेक दिए थे, बाउंस हो गए हैं। अब दोनों ने मेरा फोन उठाना ही बंद कर दिया है।'
सौ रुपए के स्टाम्प पर हुआ हिसाब
पैसों के लेनदेन के लिए सौ रुपए के स्टाम्प पर एग्रीमेंट हुआ था। दोनों के बीच एक करोड़ रुपए का एक और 25-25 लाख के चार यानी कुल पांच एग्रीमेंट हुए। बदले में चेक कपिल गोयल ने जयेश को दिए। एग्रीमेंट पर हितेश चौहान और शुभम भट्ट ने गवाह के रूप में साइन किए थे।
लोन सेंक्शन का फर्जी लेटर दिया
व्यापारी का कागज दिखाते हुए यह दावा किया है कि 'मैंने जब बार-बार पैसा लौटाने का दबाव बनाया तो उन्होंने मुझे कहा कि हमारा पीएनबी फायनेंस लिमिटेड से एक लोन सेंक्शन हो गया है। इसका एक लेटर भी सौगात मिश्रा ने मेरे मोबाइल पर वाट्सअप पर भेजा था। इस लोन सेंक्शन लैटर पर कपिल और दीपाली गोयल का नाम लिखा था। मुझे इस लेटर पर शक हुआ तो बैंक से जानकारी निकाली। वहां बैंक अफसरों ने कहा कि ये लोन सेंक्शन का लेटर फर्जी है। ये लोन अकाउंट कपिल गोयल के नहीं, किसी और के नाम से स्वीकृत हुआ है। यही नहीं, जो चेक दिए थे, वो भी बाउंस होते गए, इसके कारण शिकायत कर दी गई है।'
क्या बोल रहे दोनों पदाधिकारी
मिश्रा का कहना है कि मेरा इस लेन-देन से कोई वास्ता नहीं है और कपिल और व्यापारी के बीच की बात है। वहीं गोयल का कहना है कि ब्याज के हिसाब का मामला है, कोई धोखाधडी नहीं की है, बात चल रही है और कुछ ही दिन में मामला सुलझ जाएगा।
thesootr links