फ्लेट की रजिस्ट्री कराने के लिए अतिरिक्त पैसों की मांग करने वाले बीएम रियल्टी के मालिक राजकुमार हिमथानी और प्रवीण हिमथानी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
शिकायत मिलने पर निशातपुरा थाना पुलिस ने उन पर धारा 420, 406, 120 बी के तहत धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और आपराधिक षड़यंत्र का केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक भोपाल के पीपुल्स मॉल के पास बीएम रियल्टी के आवासीय प्रोजेक्ट कोरल कासा के जी ब्लॉक में कुछ फ्लैट खाली पड़े थे। पलक चतुर्वेदी और शौर्या चतुर्वेदी जैन को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने पैसे देकर फ्लैट बुक कर लिया। यहीं पर उनके परिवार के दो अन्य सदस्यों ने भी दो फ्लैट लिए हैं। हालांकि उनकी रजिस्ट्री पहले ही हो चुकी है।
10 जून को होना थी रजिस्ट्री
वहीं संजय चतुर्वेदी और उनके परिवार वालों ने बीएम रियल्टी के आवासीय प्रोजेक्ट कोरल कासा में एक ही ब्लाक के एक ही फ्लोर पर चार फ्लैट बुक किए थे। यह फ्लैट दो साल पहले ही मिल जाने थे, लेकिन बिल्डर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जगह पैसा वसूलकर अपने एशो- आराम करता रहा। विलंब से पूरे हुए दो फ्लैट की रजिस्ट्री विवाद के बावजूद किसी तरह हो गई।
रजिस्ट्री के लिए मांगे अतिरिक्त रुपए
शेष बचे दो फ्लैट की रजिस्ट्री 10 जून को होना थी। इसके दो दिन पहले 8 जून को बिल्डर प्रवीण हिमथानी ने संजय चतुर्वेदी को फोन कर अतिरिक्त पैसों की मांग करते हुए ऑफिस पर बात करने के लिए बुलाया। बिल्डर प्रवीण से बातचीत करने के लिए संजय चतुर्वेदी अपने बड़े भाई विष्णु चतुर्वेदी, भतीजे निमेष और दामाद एकांश जैन के साथ गए। इस दौरान बिल्डर ने फ्लैट की रजिस्ट्री कराने के लिए रुपयों की मांग की। इसके बाद उन पर निशातपुरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें