BHOPAL. मध्य प्रदेश के बैतूल जिले से धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है। यहां कुछ लोगों ने धर्मांतरण सभा आयोजित की थी, इसमें 50 से ज्यादा आदिवासी और दलित परिवारों के लोग पहुंचे थे। इस सभा में मुंबई से आए ईसाई धर्म के दो प्रचारकों ने प्रवचन किया। इस दौरान विवाद हो गया और पुलिस से शिकायत हो गई। मामले में पुलिस ने प्रचारकों समेत 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही आरोपियों को हिरासत में लिया है।
धर्म बदलने के लिए दिया लालच
पूरा मामला मुलताई थाना क्षेत्र के चिंचडा गांव का है। गांव के एक खेत में धर्मांतरण सभा आयोजित हुई थी। यहां कुछ लोगों ने धर्म परिवर्तन के लिए आदिवासी और दलित परिवारों को इकठ्ठा किया और उन्हें लालच देकर उनका ब्रेन वाश किया गया। इसके बाद ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। मुंबई से आए ईसाई धर्म के प्रचारक प्रवचन कर रहे थे।
धर्म नहीं अपनाने पर की धक्कामुक्की
पुलिस से शिकायत करते हुए ग्रामीण अंकित कालभोर ने बताया कि उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच दिया गया और दबाव बनाया गया, धर्म बदलने से इनकार करने उसके साथ धक्कामुक्की की गई। गांव के ही मनोज ने मुंबई से पहुंचे 2 लोगों से उसकी मुलाकात कराई थी। उसे ईसाई धर्म को लेकर हिंदी में लिखी किताब भी दी थी।
मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
मामले में बैतूल पुलिस ने बताया कि आरोपियों में मुंबई से बैतूल आए फ्रांसिस गंडामन और जयस गंडामन शामिल है। इसके साथ ही बैतूल निवासी रमेश अतुलकर, गणेश अतुलकर, चिचंड़ा निवासी मनोज वरकड़े और सुखवंती वरकड़े के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक साहित्य जब्त किए है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
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