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एसटीएफ ने 6 बीएड-डीएड कॉलेज संचालकों पर एफआईआर दर्ज की है। इन सभी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक उन्होंने दस्तावेजों में हेरफेर कर मान्यता हासिल की थी। सभी आरोपी कॉलेज संचालकों ने एनसीईटी दिल्ली और जीवाजी यूनिवर्सिटी से मान्यता ली थी। भोपाल एसटीएफ एसपी राजेश सिंह भदोरिया ने बताया कि प्राथमिक जांच के आधार पर कुछ कॉलेज संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों को जल्द पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक मामले की जांच में 6 टीमें जुटी हैं। सभी टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी सौंपी गई हैं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक एसटीएफ की प्रारंभिक जांच में एससीटीई और जीवाजी यूनिवर्सिटी के अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। कॉलेजों ने जहां पर कॉलेज के भवन बताए थे, वहां खेत हैं। एससीटीई और जीवाजी यूनिवर्सिटी अधिकारियों कर्मचारियों ने मान्यता को अप्रूव करने के लिए इन स्थलों के इंस्पेक्शन किए थे। इससे साफ है कि इनकी मिली भगत से ही कॉलेज के संचालकों ने पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। एसटीएफ ने इन 6 कॉलेज का इंस्पेक्शन करने वाली टीम के अधिकारी कर्मचारी की सूची बना ली है। जल्द सभी से पूछताछ शुरू होगी।
क्या बोले एसपी
पूरे मामले को लेकर एसपी एसटीएफ राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि 6 टीमें केस की हर एंगल पर जांच कर रही हैं। आगामी दिनों में इस प्रकार का फर्जीवाड़ा करने वाले कॉलेजों की संख्या में इजाफा हो सकता है। एससीटीई और जीवाजी यूनिवर्सिटी के अधिकारी कर्मचारियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। खेत को कॉलेज बताने वाली इंस्पेक्शन टीम की भूमिका संदिग्ध है।