मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यूके और जर्मनी की यात्रा से लौटने के बाद में खाद वितरण व्यवस्था पर समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध होने की बात कही और वितरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने किसानों को कोदो-कुटकी के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने का सुझाव भी दिया।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा बैठक
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 30, 2024
महत्वपूर्ण निर्देश
➡️उर्वरक वितरण और विक्रय से जुड़ी गड़बड़ियों पर सख्त कार्रवाई की जाए
➡️जहां खाद वितरण केन्द्रों की संख्या बढ़ाना आवश्यक हो, उन स्थानों पर अविलंब प्रबंध किए जाएं@AmitShah @JPNadda… pic.twitter.com/ph0HZwTtxF
शिकायतों पर होगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद वितरण में शिकायतें मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से मिली शिकायतों पर संबंधित विभागों को तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए।
ब्लैक मार्केटिंग पर कार्रवाई
अधिकारियों ने जानकारी दी कि खाद की अवैध भंडारण और कालाबाजारी के 71 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई हैं। प्रदेश में 761 खाद वितरण केंद्रों के जरिए वितरण कार्य हो रहा है। गुणवत्ता जांच के तहत 10 हजार से अधिक सैंपल की जांच की गई और 45 लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।
पिछले साल से बेहतर वितरण
अधिकारियों ने बताया कि इस साल प्रदेश में पिछले साल की तुलना में अधिक खाद वितरण हुआ है। अब तक 32.44 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है, जिसमें से 21.34 लाख मीट्रिक टन वितरित किया जा चुका है। दिसंबर माह में 20 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध होने का अनुमान है।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा बैठक
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 30, 2024
---
प्रमुख बिंदु
➡️ मध्यप्रदेश में गत वर्ष 470 उर्वरक विक्रय केन्द्र थे। वहीं वर्तमान में प्रदेश में 761 विक्रय केन्द्र और काउंटर्स द्वारा वितरण का कार्य किया जा रहा है।
➡️विपणन संघ, मार्केटिंग सोसायटी और एमपी… pic.twitter.com/fFGWdv1hHr
केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा करेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने किसानों को खाद की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री और रेल मंत्री से चर्चा करने की योजना बनाई है। वर्तमान में प्रदेश में 11 रैक पॉइंट्स पर खाद उपलब्ध कराया जा रहा है और आगामी सप्ताह में और रैक आने की उम्मीद है।
सात दिनों में दर्ज हुईं 11 एफआईआर
बीते सात दिनों में खाद वितरण में गड़बड़ी के मामलों पर 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं। अब तक प्रदेश में कुल 71 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें अवैध भंडारण, कालाबाजारी, नकली उर्वरक और अवैध परिवहन के मामले शामिल हैं।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा बैठक
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 30, 2024
---
प्रमुख बिंदु
➡️ प्रदेश को किसानों की जरूरत के मान से केन्द्र सरकार द्वारा भी निरंतर उर्वरक प्रदाय किए जा रहे हैं
➡️वर्तमान में प्रदेश में विभिन्न जिलों के लिए रेल से 11 रैक पाईंट के लिए यूरिया का प्रदाय हो… pic.twitter.com/L6VJf8zCJm
जिलों में नवाचार और सख्त कार्रवाई
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में खाद वितरण में नवाचार किए गए हैं। टीकमगढ़ में वितरण केंद्र बढ़ाए गए, जबकि छिंदवाड़ा में किसानों के लिए मार्गदर्शी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। विदिशा, जबलपुर और छतरपुर सहित अन्य जिलों में कालाबाजारी और अवैध भंडारण पर सख्त कार्रवाई की गई है।
किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों का सुझाव
बैठक में किसानों को पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए वैकल्पिक उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी गई। इसके साथ ही फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मार्गदर्शन कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक