/sootr/media/media_files/2024/12/19/7SRGorHA38gOTZaVKsoy.jpg)
CM Mohan Yadav Kailash Vijayvargya Photograph: (the sootr )
Indore : सीएम डॉ. मोहन यादव के 20 दिसंबर शुक्रवार को होने वाले आयोजन के पहले बड़ा विवाद हो गया। खजराना गणेश मंदिर में होने वाले भक्ति निवास, प्रवचन हॉल आदि के लोकार्पण कार्यक्रम के लिए छपे निमंत्रण कार्ड में छपवाने वाले इंदौर से प्रदेश में दो कैबिनेट मंत्री, सांसद, स्थानीय विधायक को ही भूल गए। इसमें दानदाताओं के साथ ही अधिकारियों और खजराना पंडित व अन्य के नाम प्रमुखता से छप गए।
कलेक्टर से दर्ज कराई आपत्ति
इस मामले में एमआईसी मेंबर राजेश उदावत ने गंभीर आपत्ति दर्ज कराई है और कलेक्टर आशीष सिंह से इसे लेकर शिकायत की है। उदावत ने द सूत्र को बताया कि प्रोटोकाल को परे रखकर यह कार्ड छापे गए हैं। इसमें कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक महेंद् हार्डिया के नाम ही नहीं है। उदावत ने कहा कि कलेक्टर ने कहा कि यह कार्ड प्रशासन द्वारा नहीं छपवाए गए हैं। लेकिन हमने आपत्ति ली है कि किसी ने भी कार्ड छपवाए तो क्या वह प्रशासन को बिना बताए ऐसा कर सकता है और यदि किया है तो पूरी तरह से गलत हुआ है।
/sootr/media/media_files/2024/12/19/UzVEsLtDTwdRZtSvFQaa.jpeg)
इन सभी के नाम प्रमुखता से छपे
इस कार्ड में पहले श्री गणपति मंदिर प्रबंधक समिति खजरान इंदौर और सुठीबाई दौलतराम छावछरिया पारमार्थिक ट्रस्ट का नाम है। दानदाता बालकिशन छावछरिया द्वारा परिजनों की स्मृति में कराए गए काम लिखे गए हैं। वहीं सीएम डॉ. मोहन यादव का नाम है। निवेदन में कलेक्टर आशीष सिंह और निगमायुक्त शिवम वर्मा का प्रशासक मंदिर के बतौर नाम है। इसके बाद श्री गणपति प्रबंधक समिति ट्रस्ट खजराना के बतौर अध्यक्ष विनोद अग्रवालस परामर्शदाता प्रेम गोयल व सचिव कुलभुषण मित्तल उर्फ कुक्की का नाम है। अंत में विशेष आग्रहकर्ता में पंडित मोहन भट्ट, पंडित अशोक भट्ट, अरविंद बागड़ी. राजेश बंसल और नंदकिशोर कंदोई के नाम प्रमुखता से कार्ड में छापे गए हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक