INDORE. मंत्री के करीबी इंदौर के कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी ( Sanjay Jaiswani ) के खिलाफ बंधक बनाकर मारपीट करने और फैक्टरी व कंपनी हड़पने का आरोप लगाने वाले राशियन नागरिक गौरव अहलावत ने मंगलवार को कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। वह यहां पर अपनी शिकायत लेकर पहुंचे और साथ वह और उनके मित्र ने हाथ में पोस्टर लिए हुए थे।
यह लिखा पोस्टर में
अहलावत द्वारा लिखे गए पोस्टर, बैनर में था कि- हमे भारत में निवेश क्यों करना चाहिए और एक पोस्टर में था कि क्यों संजय जैसवानी और उनकी गैंग पर एफआईआर हो रही है? अहलावत ने बताया कि हमने अधिकारियों को कहा है कि 15 सितंबर से हम पुलिस को लगातार आवेदन दे रहे हैं, लेकिन अभी तक एफआईआर नहीं की जा रही है। जैसवानी की गैंग ने मेरे लैपटॉप, मोबाइल, सीसीटीवी की डीवीआर और मुझे बंधक बनाकर लूटा ही साथ ही धोखाधड़ी कर जीआरवी बिस्किट मेरी कंपनी भी हथिया ली। साथ ही फैक्टरी में भी मेरा प्रवेश बंद करा दिया है।
रशियन एंबेसी ने भी लिखा मदद के लिए पत्र
अहलावत ने बताया कि रश्यिन एंबेसी से भी पुलिस प्रशासन को पत्र आया है और इसमें कहा गया है कि मेरी मदद की जाए। वीडियो फुटेज व अन्य सभी सबूत है, मैं लगातार पुलिस के पास जा रहा हूं लेकिन केस दर्ज नहीं किया जा रहा है।
नहीं तो करेंगे गांधीजी जैसी यात्रा
इस पर भी कार्रवाई नहीं होने पर क्या कदम उठाएंगे? इस पर अहलावत ने कहा कि मैं तैयार हूं, और अब गांधीजी के रास्ते पर चलते हुए इंदौर से भोपाल तक पैदल यात्रा करूंगा और तब भी सुनवाई नहीं हुई तो मैं दिल्ली तक पैदल यात्रा करूंगा। मैंने जैसवानी के साथ ही उनकी गैंग के 11 लोगों के नाम दिए हैं, सभी जानकारी दी है लेकिन इसके बाद भी उन पर केस दर्ज नहीं हो रहा है। मैं तो पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर मास्को से हरियाणा आया और निवेश किया और फिर इंसके बाद इंदौर में आकर फैक्टरी खोली, सैंकड़ों को रोजगार दिया लेकिन अब मेरी ही नहीं सुनी जा रही है।
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