मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ पुलिस द्वारा दर्ज किए गए कथित झूठे मुकदमे को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को इंदौर में संभागायुक्त कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि यह मामला राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है और इसका उद्देश्य विपक्ष की आवाज को दबाना है। प्रदर्शन के बाद राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें मुकदमा वापस लेने की मांग की गई।
राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर एफआईआर के विरोध में कांग्रेसी इकट्ठा हुए। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने किया। वहीं, वरिष्ठ नेता और शहर कांग्रेस के प्रभारी रवि जोशी भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पहले जमकर नारेबाजी की और फिर संभागायुक्त कार्यालय में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस का आरोप है कि "ऐसी कार्रवाइयों से लोकतंत्र की स्वस्थ भावना आहत होती है। विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
ज्ञापन में की गई मुख्य मांगें:
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जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज प्रकरण तत्काल वापस लिया जाए।
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विपक्षी नेताओं पर द्वेषपूर्ण कार्रवाई बंद की जाए।
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लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश रोकी जाए।
प्रदर्शन में ये प्रमुख नेता रहे शामिल
प्रदर्शन में पंडित कृपाशंकर शुक्ला, राजेश चौकसे, श्यामसुंदर यादव, रीना बौरासी, राजू भदौरिया, पिटूं जोशी, मनीष पटेल, राजा चौकसे, अमित पटेल, अरविंद बागड़ी, रफीक खान, आशाफ अंसारी, अनवर दस्तक, सोनिला मिमरोट, शेफू वर्मा, सीमा सोलंकी, कुणाल सोलंकी और राकेश सिलावट आदि। ज्ञापन का वाचन अमन बजाज ने किया और आभार रवि दांगी ने माना।
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई जारी रही, तो पार्टी पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी। कांग्रेस ने राज्यपाल से मांग की है कि वे सरकार को लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखने की सलाह दें और राजनीतिक प्रतिशोध की कार्यवाहियों पर रोक लगाएं।
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