भोपाल. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो ( Home Minister Amit Shah fake video case ) के मामले में मध्य प्रदेश का कनेक्शन सामने आ रहा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम छतरपुर आई। यहां से कांग्रेस नेता उमाशंकर लधोरिया ( पटेल ) को पुलिस सिविल लाइन थाने लेकर पहुंची और पूछताछ की। पूछताछ के बाद उन्हें नोटिस देकर छोड़ दिया गया। उमाशंकर पटेल यूथ कांग्रेस आईटी सेल के जिला संयोजक एवं मंडल आर्मी का कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष हैं।
क्या है अमित शाह का डीपफेक वीडियो मामला
27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक फेक वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस सीएम रेवंत रेड्डी ने शेयर किया था। इसमें वे SC-ST और OBC के आरक्षण को खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। PTI की फैक्ट चेक यूनिट ने कहा कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों के लिए असंवैधानिक आरक्षण हटाने की बात कही थी। इस मामले को लेकर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को समन जारी किया। उनसे 1 मई को पूछताछ होगी।
कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी का पीए गिरफ्तार
अमित शाह फेक वीडियो केस में मंगलवार यानी 30 मई को गुजरात के अहमदाबाद से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। एक आरोपी कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी का पीए और दूसरा AAP कार्यकर्ता है। इस केस में सोमवार 29 अप्रैल को भी असम से एक आरोपी गिरफ्तार किया गया था।
तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को समन
दिल्ली पुलिस की यूनिट इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशंस ( IFSO ) ने इस मामले में 16 लोगों को समन भेजा है। ये सभी 7-8 राज्यों से हैं। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को 29 अप्रैल को ही समन भेजा जा चुका है। इन सभी लोगों को 1 मई को दिल्ली में IFSO यूनिट में पेश होना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 16 में से 6 लोग तेलंगाना कांग्रेस के सदस्य हैं। इनमें मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी को संबंधित दस्तावेज और सबूत के तौर पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (मोबाइल-लैपटॉप) लाने को कहा है।
शाह ने कहा- आरक्षण पर कांग्रेस ने डाका डाला
फेक वीडियो को लेकर मंगलवार 29 मई को गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, 'कांग्रेस ने उनका फेक वीडियो बनाकर वायरल किया, वह जनता को गुमराह कर रही है।' शाह ने असम के गुवाहाटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने ओरिजिनल और फेक वीडियो प्ले किया। गृह मंत्री ने कहा, 'दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। हमारी पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण के समर्थन में है। इन समुदायों के आरक्षण पर अगर किसी ने डाका डाला है तो वह कांग्रेस पार्टी ने डाला है। फेक वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस में एक शिकायत भाजपा ने और दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय ने की थी। भाजपा ने देशभर में FIR दर्ज कराने का फैसला किया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को भी पूछताछ का नोटिस भेजा है।'
अब तक ये लिया गया एक्शन
1. तेलंगाना सीएम को फोन लाने को कहा
दिल्ली पुलिस ने नोटिस में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ( Telangana Congress CM Revanth Reddy ) को अपना फोन लाने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक रेड्डी के फोन की भी जांच की जाएगी। रेवंत को नोटिस इसलिए भेजा गया, क्योंकि रेवंत ने भी अपने एक्स अकाउंट से अमित शाह के फेक वीडियो को शेयर किया था। तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को शेयर किया था। अब सभी पोस्ट हटा ली गई हैं।
2. असम से गिरफ्तार हुआ, वीडियो एडिट करने वाला
असम के मुख्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 29 अप्रैल को पोस्ट शेयर की। उन्होंने बताया कि अमित शाह का वीडियो एडिट करने वाले को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी का नाम रीतोम सिंह है।
3. गुजरात के अहमदाबाद से 2 गिरफ्तारियां
गुजरात के अहमदाबाद में साइबर क्राइम पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक का नाम सतीश वंसुला है और दूसरे का नाम आरबी बारिया है। वंसुला विधायक जिग्नेश मेवाणी के पीए हैं और बारिया AAP कार्यकर्ता।
4. कांग्रेसी सीएम के अलावा 6 और नेताओं को नोटिस
रेवंत रेड्डी के अलावा समाजवादी पार्टी नेता, झारखंड और नगालैंड के 2 कांग्रेस नेता। असम के 3 अपोजिशन लीडर को नोटिस भेजा गया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी टीमों को झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और नगालैंड में जांच के लिए भेजा है