राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू 18 और 19 सितंबर को इंदौर व उज्जैन दौरे पर रहेंगी। मुख्य कार्यक्रम 19 सितंबर का DAVV का दीक्षांत समारोह और हीरक जयंती अवसर है। इस दौरे के पहले ही यूनिवर्सिटी प्रबंधन से पीएचडी धारी नाराज हो गए और काले कपड़े पहन प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं।
यह बोल रहे नाराज छात्र
नाराज छात्र ने कहा कि हम 138 पीएचडी धारी है, लेकिन यूनिवर्सिटी ने केवल 46 गोल्ड मेडलिस्ट को चुना, जिन्हें वह राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत कराएंगे। दीक्षांत समारोह मुख्य तौर पर पीएचडी डिग्री देने के लिए होता है। पीएचडी डिग्री राष्ट्रपति नहीं तो राज्यपाल के हाथों हमे मिलना चाहिए। हम केवल आयोजन में जाकर तालियां बजाने के लिए नहीं है।
दूसरे शहरों से आए हैं हम
इनका कहना है कि हम कोलकाता, हैदरबाद, बैंगलुरू व अन्य शहरों से आए और यहां मेहनत कर पीएचडी डिग्री ली। इसके लिए कुलपति डॉ. रेणु जैन को हम ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन वह समय की कमी की बात कहते हुए इसे टाल रही है। राष्ट्रपति ने कार्यक्रम के लिए एक घंटा 10 मिनट का समय दिया है। यूनिवर्सिटी का कहना है कि यह व्यावहारिक तौर पर संभव नहीं है इसलिए सभी पीएच़डी डिग्रीधारी का राष्ट्रपति के साथ ग्रुप फोटो कराया जाएगा।
कुलपति का भी विदाई के पहले अंतिम आयोजन
कुलपति डॉ. जैन का भी कार्यकाल 27 सितंबर को खत्म हो रहा है। ऐसे में यूनिवर्सिटी से विदाई के पहले यह उनका अंतिम बड़ा आयोजन है। जिसे वह यादगार बनाने में जुटी है, लेकिन अब पीएचडी डिग्री धारी छात्रों की मांग उनकी समस्याएं बड़ा रही है।
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