उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर परिसर में ऑग्मेंटेड रियलिटी कंपनी के कर्मचारियों को केक काटना भारी पड़ गया है। दरअसल कुछ कर्मचारियों ने अपनी सहकर्मी युवती का जन्मदिन महाकाल मंदिर परिसर में केक काटकर मनाया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि ये वीडियो 24 सितंबर का बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद 10 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं मंदिर के पुजारियों ने भी इस मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि इस तरह का कृत्य धर्म परंपरा के विरुद्ध है।
क्या है मामला
दऱअसल ऑग्मेंटेड रियलिटी कंपनी के कर्मचारियों में से एक युवती का जन्म दिन था। कर्मचारियों ने महाकाल मंदिर परिसर में केक काटकर उस युवती का जन्मदिन मनाया। साथ ही सेलिब्रेशन का वीडियो बनाकर सोशल माडिया पर अपलोड कर दिया। जानकारी के मुताबिक ये मामला मंगलवार यानी 24 सितंबर का बताया जा रहा है। हालांकि इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद मंदिर प्रशासन व पंडे पुजारियों को इसकी जानकारी मिली। इससे मंदिर में हड़कंप मच गया और विरोध होने लगा।
कौन थे कर्मचारी
दरअसल महाकाल मंदिर समिति ने एआर ( आग्मेंटेड रियलिटी ) कंपनी को वर्चुअल रियलिटी तकनीक से भक्तों को भस्म आरती के दर्शन कराने का टेंडर दिया है। कंपनी महाकाल महालोक ( Mahakaal Mahalok ) के मानसरोवर भवन में श्रद्धालुओं को भस्म आरती के दर्शन कराती है। जानकारी के मुताबिक इस काम के लिए कंपनी ने करीब 15 कर्मचारियों की भर्ती कर रखी है।
मंदिर की छवि पर असर
इस मामले पर पंडित महेश पुजारी ने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर पाश्चात्य संस्कृति ( western culture ) का भोंडा प्रदर्शन अत्यंत अनुचित है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मंदिर में सेवा देने वाली निजी कंपनियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके कर्मचारियों को धर्म और परंपराओं की समुचित जानकारी हो। ऐसे कार्यों से मंदिर की गरिमा और छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। मंदिर समिति को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
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