दमोह जिला अस्पताल से लापरवाही का बड़ा मामला समने आया है। यहां प्रसव कराने पहुंची चार महिलाओं की मौत हो गई। ऐसे में परिवार के लोग अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं की गई है। शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर दो टीमों ने जांच भी की, जिसमें कोई भी गड़बड़ी या लापरवाही नहीं पाई गई। हालांकि, फिर से इस मामले की जांच हो रही है।
कुल चार महिलाओं ने गवाई जान
दमोह जिला अस्पताल में 4 जुलाई को 24 ऑपरेशन हुए थे। आमतौर पर भी इतने ही होते हैं। इस दिन 4 डॉक्टर्स ने जो 15 ऑपरेशन किए, उनमें से 6 में महिलाओं को यूरिनरी रिटेंशन की शिकायत हुई। इससे दो की मौत हो गई, 4 को जबलपुर रेफर किया गया। अब दो और जान गई हैं, दो का डायलिसिस चल रहा है।
अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग
इन सभी महिलाओं ने शिशुओं को जन्म दिया था, और अब सभी नवजात बच्चों के सिर से उनकी मां का साया उठ गया है। परिवार के लोग अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मृत महिलाओं के परिजनों और समाज के अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने एक सप्ताह में मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी
कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि मामला काफी गंभीर है। अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब मांगी गई है और मामले की जांच की जा रही है। यदि कोई भी व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने यह भी माना कि जिन महिलाओं की मौत हुई है उनकी स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट सामान्य थी, इसलिए मामला और भी गंभीर हो जाता है।
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