INDORE. संभागायुक्त दीपक सिंह ने गुरूवार को एक के बाद एक तीन अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्ऱवाई की। इसमें आईडीए (इंदौर विकास प्राधिकरण) के भू अर्जन अधिकारी सुदीप मीना, बड़वानी के एसडीओ प्रभारी सहायक यंत्री बहादुर सिंह और इंदौर में 50 लाख की रिश्वत के आरोपों से चर्चा में आए नायब तहसीलदार नागेंद्र त्रिपाठी है।
आईडीए के मीना को दिया आरोप पत्र
संभागायुक्त सिंह ने IDA के सुदीप मीना को आरोप पत्र जारी किया है। इस पर उनसे जवाब मांगा गया है। इसमें तीन तरह के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें पदीय लापरवाही और काम के प्रति उदासीन होने के आरोप हैं।
- आरोप 1- आईडीए की लैंड पुल्लिंग योजना में 31 मार्च 2025 की स्थिति में 1086 भूमि स्वामी जिसका रकबा 470 हेक्टेयर है, इसके लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं किए गए हैं। सीईओ द्वारा तीन माह का पूरा चरणबद्ध प्लान देने के लिए कहा गया था वह भी नहीं किया गया है।
- आरोप 2- आपके द्वारा अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के दौरान एक साल में केवल 859 भूमि स्वामी से बात कर 228 हेक्टेयर जमीन के लिए ही प्रयास किए गए जो काफी कम है। आपके द्वारा काम में लापरवी की गई।
- आरोप 3- आपके द्वारा लैंड पुलिंग योजना टीपीएस क्रमांक 1, 3, 4, 5, 8, 9 व 10 में 75 केस विविध न्यायालय में है, इसकी जानकारी आपके द्वारा पेश नहीं की गई जो पदीय काम के प्रति लापरवाही है।
बड़वानी के एसडीओ को किया सस्पेंड
इसके साथ ही दीपक सिंह ने बड़वानी के एसडीओ प्रभारी सहायक यंत्री बहादुर सिंह को भी कलेक्टर के प्रतिवेदन पर सस्पेंड कर दिया है। इस पर आरोप है कि यह बैठकों में नहीं आते हैं और कलेक्टर व उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं करते हैं। मनरेगा योजना व जल गंगा संवर्धन योजना के नवीन अमृत सरोवर काम में भी लापरवाही की गई है।
50 लाख की रिश्वत में भी कार्रवाई
इसके साथ ही संभागायुक्त दीपक सिंह ने एक अन्य कार्रवाई इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के प्रतिवेदन पर मल्हारगंज के नायब तहसीलदार नागेंद्र त्रिपाठी के खिलाफ की है। नागेंद्र को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। सस्पेंड अवधि के दौरान उन्हें मुख्यालय कलेक्टोरेट इंदौर में अटैच किया गया है। उन पर आरोप है कि फौती नामांतरण केस में राशि मांगी गई।
अपर कलेक्टर का प्रभार रिंकेश वैश्य को
वहीं इंदौर कलेक्टोरेट में 12 मई से अपर कलेक्टर आईएएस गौरव बैनल के छुट्टी पर जाने और पहले से ही अपर कलेक्टर ज्योति शर्मा का ट्रासंफर होने से रिक्त हुए पदों को देखते हुए राज्य प्रशासनिक सेवा के रिंकेश वैश्य को अपर कलेक्टर का प्रभार दिया गया है। वह अभी क्षेत्रीय प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम में पदस्थ है। अस्थाई तौर पर वह अपर कलेक्टर के प्रभार में भी रहेंगे।
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