INDORE. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी रविवार को महू पहुंचे और आयोजनों में शामिल हुए। आयोजन से पहले वह डॉ. भीमराव आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक पर पहुंचे और डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और अस्थि कलश के दर्शन किए।
यह बोले रक्षामंत्री
रक्षामंत्री ने कहा कि मुझे रक्षा मंत्रालय संभाले हुए साढे पांच साल हो चुके है और महू आने का यह पहला मौका है। महू में आर्मी वार कॉलेज, इंफेंट्री स्कूल और मिलेट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग भी लगातार सेवाएं दे रहे हैं। यह डॉ. आंबेडकर के जन्मस्थली के कारण भी बहुत पुण्य भूमि है।
आपकी सेवाओं के लिए सम्मान
रक्षामंत्री ने कहा कि आज इस अवसर पर, मैं राष्ट्र के प्रति आप सभी की सेवा के लिए भी, सम्मान व्यक्त करता हूं। आभार नहीं सम्मान व्यक्त करता हूं। आपका समर्पण और आपकी कर्तव्यनिष्ठा सभी के लिए प्रेरणा का काम करती है। आपके कारण हमारा देश और इसकी सीमाएं लगातार सुरक्षित और सशक्त हो रही हैं। कर्म के प्रति आपकी निष्ठा बहुत अपील करती है। हर चीज से ऊठकर आप राष्ट्र सेवा को ही कर्म मानकर लगे हुए हैं। इसी को निष्काम कर्म कहते हैं।
साल 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य साल 2047 तक भारत क विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है। इसके लिए सेना की अहम भूमिका है। आप केवल सीमाओं के रक्षक ही नहीं हैं, बल्कि राष्ट्र के निर्माण के अग्रदूत भी हैं। इन युवा और मजबूत कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें