संजय गुप्ता @ INDORE. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी ( Devi Ahilya University ) की कुलगुरू ( पहले कुलपति कहते थे ) डॉ. रेणु जैन ( Dr. Renu Jain ) के दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर दिए बयान पर विवाद जारी है। आम आदमी पार्टी (आप) ने इस मामले में शनिवार को औपचारिक तौर पर प्रेस नोट जारी कर कुलगुरू डॉ. जैन की तारीफ की। इसमें कहा गया है कि लोकतंत्र में अच्छे लोग, शिक्षाविद हमारा समर्थन कर रहे हैं। हमारे नेता केजरीवाल को बीजेपी ने उलझाया है।
कुलगुरु ने सच का साथ दिया:आप
जारी प्रेस नोट में है कि कुलगुरु ने सच का साथ दिया। आगे है कि आम आदमी पार्टी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलगुरू डॉ रेणु जैन द्वारा केजरीवाल को लेकर दिए बयान की सराहना करती है। आप प्रवक्ता हेमंत जोशी ने कहा की आम आदमी पार्टी का जन्म ही भ्रष्ट्राचार के खिलाफ हुआ था, लेकिन राजनैतिक द्वेषता के कारण आप के शीर्ष नेतृत्व को परेशान किया जा रहा है। कथित शराब घोटाले के प्रथम अभियुक्त रेड्डी ने शुरू के छह बयानों में अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं लिया। यह भी जांच का विषय है कि उसे सिर्फ कमर दर्द के कारण जमानत मिल जाती है और वो सरकारी गवाह भी बन जाता है तथा बीजेपी को इलेक्टोरल ब्रांड्स के रूप में करीब 60 करोड़ चंदा देता है। देश की अधिकांश जनता जानती है कि आम आदमी पार्टी के बढ़ते विस्तार को देखते हुए आप को गलत आरोपों में उलझाया जा रहा है। बुद्धिजीवी और शिक्षाविदों द्वारा आप का समर्थन करना प्रशंनीय है। आप वरिष्ठ नेता कमल गुप्ता ने बताया की लोकतंत्र में बहुत से अच्छे लोग है जो हमारा समर्थन कर रहे है।
केजरीवाल को लेकर यह उठा है विवाद
एमबीपीए पेपर लीक कांड को लेकर तीन दिन पहले बंद कमरे में गए एबीवीपी के प्रतिनिधिमंडल ने द सूत्र को बताया था कुलगुरू डॉ. रेणु जैन ने पेपर लीक कांड की तुलना दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल पर हुई ईडी की कार्रवाई से की। कुलगुरू ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के सीएम को भी ईडी ने बंद किया और वह जब सही होकर भी जेल में रह सकते हैं तो फिर हमारी यूनिवर्सिटी में भी बहुत गलती है, उसके बाद भी हमारे लोग भी बाहर क्यों नहीं रह सकते हैं। इस बयान के हड़कंप मचने के बाद इस तरह से कहा गया कि इस बयान को लेकर खंडन जारी किया लेकिन यह माना कि उन्होंने केजीरवाल को लेकर बात की थी। लेकिन यह कहा था कि जिस प्रकार से अरविंद केजरीवाल के प्रकरण में कार्रवाई विचाराधीन है, अभी उन्हें सीएम पद से नहीं हटाया गया है, वैसे ही पेपर लीक कांड में दोषी साबित नहीं होने तक अधिकारी को तुरंत नहीं हटा सकते हैं।
एबीवीपी ने की धारा 52 में कुलपति को हटाने की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में धारा 52 लगाने की मांग की है। इस धारा के साथ कुलपति यानी कुलगुरू को मप्र शासन हटाने का प्रस्ताव पास करता है। इसके लिए एबीवीपी ने उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार को ज्ञापन सौंपा है। एबीवीपी के नगर महामंत्री सार्थक जैन ने बताया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में निरंतर पेपर लीक की घटना सामने आ रही है। कुलगुरू डॉ. रेणु जैन को इस बारे में बताया गया, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की, वह न तो उचित निर्णय ले रही हैं बल्कि, प्रभारी परीक्षा नियंत्रक को बचाने का कार्य भी उनके द्वारा किया जा रहा है। कुलपति का इस प्रकार का आचरण विश्वविद्यालय की ओर उनकी उदासीनता को प्रकट करता है। इसके पूर्व भी विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रकार की अनियमितता सामने आई है। इन समस्याओं पर कुलपति की उदासीनता को देखते हुए विश्वविद्यालय में धारा 52 लगाकर विश्वविद्यालय और छात्रों के हित में उचित निर्णय की मांग करता है।