संजय गुप्ता@ INDORE.
देवास विधायक और स्वर्गीय महाराज तुकोजीरवार पवार की पत्नी गायत्री राजे पवार और उनकी ननद शैलजाराजे पवार के साथ चल रहा प्रॉपर्टी विवाद बढ़ता जा रहा है। यह विवाद 1200 करोड़ की संपत्ति के बंटवारे का है। इस विवाद के दौरान रीगल रायल्स स्केप्स इंदौर और अपोलो क्रिएशंस ग्रुप ने इनकी संपत्तियों पर कॉलोनी और मल्टी बनाने का करार कर लिया। इसके बाद इसे लेकर शैलजा पवार ने इस सौदे को अवैध बताते हुए सार्वजनिक सूचना जार कर दी।
क्या है रीगल और अपोलो ग्रुप के सौदे
रीगल रॉयल्स स्केप्स इंदौर में ओल्ड डेलियंस देवराज सिंह बडगरा, आशुतोष माहेशवरी, आदित्य बोराड, करण नरसरिया, प्रीति आसुदानी शामिल है। इन्होंने गायत्री राजे, उनके पुत्र विक्रम पवार और पुत्री कनिकाराजे की संपत्ति पर आनंद विलास कॉलोनी काटने का सौदा किया है। उधर श्रीमंत महाराज तुकोजीराव पवार धार्मिक व परमार्थिक ट्रस्ट तर्फें विक्रम पवार ने पलासिया में प्लाट नंबर 2 जो (इस्लामिया करीमिया स्कूल के पीछे पलासिया) में हैं, वहां पर अपोलो क्रियशंस ने सौदा किया है जो निर्मल और अनिल अग्रवाल बंधुओं का है। यहां पर मल्टी बनाई जा रही है, काम भी जारी है।
शैलजा राजे ने क्या लगाई है आपत्ति
शैलजा राजे ने इस मामले में अधिवक्ता मुदित माहेशवरी के जरिए सार्वजनिक सूचना जारी की है। इसमें दोनों सौदों को लेकर जानकारी देते हुए इसे अवैध बताया है। उन्होंने कहा कि संपत्ति को लेकर जिला कोर्ट देवास में केस दर्ज है। वहीं एक याचिका हाईकोर्ट में भी दायर की गई है। यह याचिक मुख्य रूप से शैलजाराजे पवार ने मप्र शासन, टीएंडसीपी, गायत्री पवार, विक्रम पवार, कनिका राजे पवार, रीगल रायल स्केप्स के सभी कर्ताधर्तांओं के खिलाफ लगाई है।
देशभर में फैली है 1239 करोड़ की संपत्तियां
पवार परिवार की देशभर में फैली 1239 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति में हिस्सेदारी को लेकर विवाद चल रहा है। महाराज श्रीमंत कृष्णजीराव पावर के पुत्र तुकोजीराव और पुत्री शैलजा के साथ ही दो और बहन है। संपत्तियों को लेकर मुख्य दावा शैलजा ने लगाया हुआ है। तुकोजीराव के निधन के बाद गायत्री राजे और उनके पुत्र विक्रम इसकी देखभाल करते हैं। इस राजघराने की इंदौर, आलोट, जयपुर, पुणे सहित कई शहरों में जमीनें हैं। बताया जाता है कि महल की सफाई के वक्त वसीयत सामने आई थी। इसी वसीयत के खिलाफ शैलजा है और उनका पक्ष है कि हक मांगे जाने के वक्त से पिता कृष्णाराव पवार की एकदम से वसीयत सामने आना शंका पैदा करने वाला है। तुकोजीराव और कृष्णाराव ने अपने जीवनकाल में किसी वसीयत का उल्लेख नहीं किया था। यह फर्जी तरीके से बनवाई गई है।
शपथपत्र में गायत्री देवी ने इतनी बताई संपत्ति
विधानसभा चुनाव के दौरान बताए गए शपथपत्र के अनुसार गायत्री राजे पवार के पास 20 लाख रुपए की हाथ में नकदी है, जबकि चल संपत्ति की कीमत 5 करोड़ 39 लाख रुपए से ज्यादा है। इसी तरह गायत्री राजे पवार के पास 32 करोड़ 45 लाख रुपए की विरासत में मिली अचल संपत्ति है। इनमें देवास में फार्म हाउस, कृषि भूमि, रतलाम जिले के आलोट में गढ़ी और पुणे की संपत्ति आदि शामिल है। इसके अलावा राज परिवार के पास कई वेयरहाउस भी हैं। गायत्री राजे पवार ने अपने शपथ पत्र में उल्लेख किया है कि साल 2023 में उनकी आमदनी 23 लाख 74,000 सालाना थी।
thesootr links