BHOPAL. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कानून के पेंच में उलझ सकते हैं। परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां पड़े छापों के बाद दिग्विजय ने कई लोगों पर आरोप लगाए हैं। इन्हीं में से एक सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के करीबी संजय श्रीवास्तव ने अब उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है।
दिग्विजय सिंह पर कई गंभीर आरोप
संजय श्रीवास्तव ने दिग्विजय सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। 'द सूत्र' से बातचीत में उन्होंने कहा कि दिग्विजय ने सौरभ शर्मा मामले में उनका नाम इसलिए घसीटा, क्योंकि वे सागर के कांग्रेस नेता राजकुमार धनोरा के खिलाफ केस लड़ रहे हैं। इस मामले में सियासत गरमाई हुई है। श्रीवास्तव का आरोप है कि दिग्विजय ने 24 दिसंबर 2024 को प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में उनका नाम लिखा है। साथ ही मीडिया में उन्हें लेकर बयान दिया गया।
वकील ने कानूनी नोटिस में यह लिखा...
संजय श्रीवास्तव ने लिखा, 20 नवंबर 2023 को दिग्विजय अपनी पत्नी के साथ सागर जिला जेल पहुंचे थे, जहां उन्होंने राजकुमार धनोरा से मुलाकात की थी। गौरतलब है कि राजकुमार धनोरा दिग्विजय सिंह के पारिवारिक परिचित हैं और जालसाजी मामले में आरोपी हैं। श्रीवास्तव, राजकुमार धनोरा के खिलाफ केस लड़ रहे हैं, इसलिए उनका नाम सौरभ शर्मा के केस से जोड़ा गया है। संजय श्रीवास्तव ने कहा, दिग्विजय का निंदनीय वक्तव्य, धनोरा के परिवार के सदस्यों को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित करने की आपकी सोची-समझी योजना है, जो मेरे मुवक्किल का प्रतिनिधित्व करने से मुझे रोकने का प्रयास और डराना था। संजय श्रीवास्तव ने बताया है कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ उनके पेशेवर संबंध हैं।
दिग्विजय ने लगाए थे गंभीर आरोप
दरअसल, विगत दिनों दिग्विजय सिंह ने परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों पर हुई लोकायुक्त की रेड के बाद कई आरोप लगाए थे। दिग्विजय का कहना है कि यह दिखाता है राज्य के परिवहन विभाग के भीतर किस प्रकार से चेक पोस्ट की नीलामी हो रही थी और वसूली चल रही थी। उन्होंने कहा था कि जब मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनी थी, तब सीएम पर इतना दबाव था कि परिवहन विभाग गोविंद राजपूत को दिया जाए। इसके बाद एक बोर्ड बनाया गया। ऐसा क्यों था, ये तो उस समय के कुछ नेता ही बताएंगे। जैसे ही सरकार गिरी और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने, उन पर दबाव डालकर बोर्ड को खत्म कर दिया गया। इसके बाद राज्य में फिर से ठेका प्रणाली शुरू हो गई, जो सबसे ज्यादा वसूली करेगा गोविंद राजपूत द्वारा उसी की नियुक्ति हो जाती थी।
चेक पोस्टों की नीलामी करके वसूलते थे पैसा
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि सौरभ शर्मा के साथ संजय श्रीवास्तव, वीरेश, दर्शन सिंह पटेल, ये लोग नीलामी करके वसूली करते थे। इन लोगों की जांच हो तो मनी ट्रेल का पता चल जाएगा। अब इसी मामले में अधिवक्ता संजय श्रीवास्तव ने दिग्विजय को कानूनी नोटिस भेजा है।
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