संजय गुप्ता, INDORE. कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ( Akshay Kanti Bam ) के बीजेपी में जाने के बाद और चुनाव में बीजेपी के लिए फ्री फील्ड होने के बाद पहले से ही शांत चल रहा चुनाव इंदौर में नीरस हो चुका है। ऐसे में आशंका है कि चुनाव में लोग मतदान के लिए ही नहीं आएंगे। ऐसे में बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ( Shankar Lalwani ) अधिक से अधिक वोट हासिल कर रिकार्ड बनाने के लिए बीजेपी कार्यकर्ता को पीएम नरेंद्र मोदी से मिलवाने और संसद दिखाने की घोषणा कर रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने वालेंटियर्स और बीएलओ के लिए प्रोत्साहन राशि की घोषणा कर दी है।
जिला प्रशासन ने यह की घोषणा
इंदौर कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत नई पहल करते हुए मतदान केन्द्रों पर बूथ लेवल अधिकारियों के साथ वालंटियरर्स भी नियुक्त करने के आदेश दिए हैं। वहीं सर्वाधिक मतदान कराने पर संबंधित वालंटियरर्स/बीएलओ को प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है। शहरी क्षेत्र के मतदान बूथों पर न्यूनतम 75 प्रतिशत से अधिक तथा ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम 80 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा गया है। मतदान का लक्ष्य हासिल करने वाले ऐसे सभी बीएलओ को 5 हजार रुपए की पारितोषिक राशि के रूप भी दी जाएगी। मतदान प्रतिशत बढाने में अग्रणी रहने वाले प्रथम 21 मतदान केन्द्रों के वॉलेन्टीयर्स को प्रोत्साहन राशि के रूप में 11-11 हजार रुपए दिए जाएंगे।
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बीजेपी के लालवानी ने यह की आकर्षक घोषणा
उधर बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ने राऊ विधानसभा प्रचार के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि जिन बूथ पर सर्वाधिक मतदान होगा वहां के बूथ अध्यक्ष को पीएम नरेंद्र मोदी से मिलवाया जाएगा। साथ ही कार्यकर्ता को भी ले जाएंगे। वहीं संसद भी उन्हें वह घुमाएंगे। उधर बीजेपी भी घरों में पीले चावल देकर मतदान की अपील करते नजर आ रहे हैं।
उधर कांग्रेस करेगी शोक सभा, लोकतंत्र की हत्या बोलकर प्रचार
उधर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि हम चुनाव का बहिष्कार नहीं कर रहे हैं लेकिन यह लोकतंत्र की हत्या है औऱ् हम बीजेपी को हराने की अपील जरूर करेंगे। मतदाता चाहे तो निर्दलीय को वोट दे या नोटा को, बस बीजेपी के नहीं दें। वहीं कांग्रेस बुधवार शाम को लोकतंत्र की हत्या की बात के साथ शोकसभा करेगी।
इंदौर वैसे भी वोटिंग में पीछे रहता है
इंदौर मप्र के औसत वोटिंग प्रतिशत से पीछे ही रहता है। बीते लोकसभा चुनाव में 69.33 फीसदी वोटिंग थी। इस बार शहरी क्षेत्र में 75 और ग्रामीण क्षेत्र में 80 फीसदी वोटिंग का लक्ष्य है। जो बहुत दूर की कौड़ी लगती है। अभी तो यही हालत है कि बीते चुनाव जैसी वोटिंग हो जाए तो वह भी प्रशासन की जीत होगी। इंदौर में 25.13 लाख मतदाता है।