आज सोमवार (17 जून) ईद है। इस अवसर पर शहर काजी बीजेपी सरकार के देश और प्रदेश में चल रहे पौधारोपण अभियान और खासकर इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के एक पेड़ मां के नाम अभियान के साथ आए हैं। शहर काजी डॉ. मोहम्मद इशरत अली ने ईदुल अजहा की नमाज से पहले अपने बयान में मुस्लिम समाज को अहम संदेश दिया।
यह बोले शहर काजी
सदर बाजार ईदगाह पर आवाम को संबोधित करते हुए उन्होंने कि आज समय आ गया है, पर्यावरण बचाने के लिए हम सभी को आगे आना चाहिए। दरख्त काटे जा रहे हैं और गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
दरख्त को बचाने के लिए हमें आगे आना चाहिए। शहर काजी ने कहा कि अपने अखलाक को अच्छा और बुलंद रखना पड़ेगा। हम साया कौम के साथ भाईचारे के साथ रहना चाहिए। एक- दूसरे के सुख- दुख में शामिल होना चाहिए। हम साया कौम से जिस तरह की हमें उम्मीद रहती है। हमें भी वैसा ही सुलूक उनके साथ रखना चाहिए।
उन्होंने यह भी दिया संदेश- सफाई में रहना है नंबर वन
शहर काजी ने आवाम को हिदायत देते हुए कहा कि सफाई में इंदौर वन नंबर वन पर है। इसे कायम रखने के लिए हमें सफाई की तरफ विशेष ध्यान रखना चाहिए। गंदगी को इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपने- अपने मोहल्लों में ध्यान रखें कि कहां नशा बिक रहा है, इसकी शिकायत पुलिस को करें, ताकि आने वाली नस्ल नशे से बच सके। हमें अपने नौजवानों को नशें से दूर रखने के लिए बस्तियों में विशेष अभियान चलाना चाहिए।
महिला और बच्चियों के लिए फ्री सिलाई केंद्र
शहर काजी ने कहा कि महिला और बच्चियों को दीनी और दुनियावी तालीम के साथ-साथ हुनर भी सीखना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ईदगाह कमेटी द्वारा ईदगाह कैंपस में फ्री महिलाओं और बच्चियों के लिए सिलाई, कढ़ाई, बुनाई केंद्र शुरू किया जा रहा है।
आपसी मसले समाज में ही सुलझाएं
शहर काजी ने कहा कि समाज में आज छोटी- छोटी बातों पर घर- परिवार बिखर रहे हैं। मामूली बातों को लेकर पुलिस और अदालत के चक्कर लगा रहे हैं। हमे चाहिए कि सभी तरह के मसले समाज में ही सुलझा लिए जाएं।
अब तो अदालतें भी हर समाज में सुलाहा सेंटर खोल रही है। हमें इन सेंटरों पर अपने मसले सुलझाकर समय और पैसे की बर्बादी से बचना चाहिए। इंदौर में मुस्लिम समाज के सात सेंटर चल रहे हैं। यहां पर हाई कोर्ट द्वारा प्रशिक्षित मध्यस्थ मामलों को सुलझा रहे हैं।
शाही बग्घी में बैठाकर लाए ईदगाह
मुस्लिम समाज आज ईदुल अजहा का त्यौहार हर्षोउल्लास के साथ मना रहा है। सुबह से ही मुस्लिम बस्तियों में चहल-पहल है। नमाज के लिए शहर काजी को उनके निवास से शाही बग्धी में बैठाकर ईदगाह लाया गया और नमाज के बाद सम्मन घर छोड़ा गया। यह जिम्मेदारी 50 सालों से सलवाड़ियां परिवार निभाते आ रहा है।
गले मिलकर दी मुबारकबाद
ईद की नमाज के बाद शहर काज़ी को गले मिलकर मुबारकबाद दी और एक दूसरे को भी मुबारकबाद दी। शहर समाज जनों को मुबारकबाद देने के लिए राजनीतिक पार्टियों के कई नेता वहां मौजूद रहें। साथ ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी मुबारकबाद पेश की।
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