होली के दिन बाबा महाकाल के गर्भगृह में हुए अग्निकांड में घायल हुए एक बुजुर्ग की आज मौत हो गई। हादसे के बाद 80 वर्षीय सत्यनारायण सोनी को इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद पिछले दिनों अच्छे उपचार के लिए मुंबई के अस्पताल में रेफर किया गया था, लेकिन बुधवार सुबह उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
होली पर हुआ था अग्निकांड
होली पर्व पर बाबा महाकाल के गर्भगृह में केमिकल युक्त गुलाल के कारण आग लग गई थी। इस हादसे में पुजारी कर्मचारी और कुल 14 सेवक गंभीर रूप से झुलस गए थे। अग्निकांड के बाद झुलसने से सभी लोगों को उपचार के लिए इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मंगलवार रात तक तो इस अग्निकांड में झुलसे सभी लोग स्वस्थ थे, लेकिन बुधवार सुबह मुंबई के अस्पताल में उपचार ले रहे बाबा महाकाल के सेवक सत्यनारायण सोनी की उपचार के दौरान मौत हो गई। घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया था। 5 लोगों का इलाज उज्जैन में ही चला था। इस मामले में गंभीर रूप से झुलसने के कारण 80 वर्षीय सत्यनारायण सोनी को इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से पिछले दिनों अच्छे उपचार के लिए मुंबई के अस्पताल में रेफर किया गया था। बुधवार सुबह उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
महाकाल के सच्चे भक्त थे सत्यनारायण
सत्यनारायण सोनी बाबा महाकाल के सच्चे सेवक थे। भस्म आरती में सफाई करना हो, पूजन सामग्री एकत्रित करना हो या अन्य कोई भी काम हमेशा हर कार्य करने के लिए तैयार रहते थे। महाकाल मंदिर के पुजारी बताते हैं कि बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही कोई भी पुजारी का समय चल रहा हो, लेकिन उनके सहयोगी के रूप में सत्यनारायण सोनी सेवा देने के लिए जरूर मौजूद रहते थे। बताया जाता है कि इस अग्निकांड में झुलसे पुजारी पुत्र मनोज शर्मा (43), पुजारी संजय शर्मा (50) और सेवक चिंतामण (65) का इलाज अभी भी इंदौर के अरविंदो अस्पताल में जारी है।