कर्मचारी चयन मंडल (ESB) जिसके पास परीक्षा कराने से हुई कमाई के 400 करोड़ एफडी के तौर पर रखे हुए हैं और इसके बाद भी युवा बेरोजगारों से कमाई जारी है। यदि एक ही भर्ती विज्ञप्ति में अलग-अलग पदों के लिए योग्य है, तो उसे अलग-अलग प्रश्नपत्र तो देने ही होंगे। वहीं उसे हर प्रश्नपत्र (पेपर कोड) के लिए भी अलग-अलग फीस भरना होगी।
पहले भी अलग-अलग प्रश्नपत्र के लिए अलग-अलग फीस लगती थी, लेकिन तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के समय सिंगल फीस का नोटिफिकेशन आया था, जिसके तहत साल भर में एक ही बार फीस लगती थी, लेकिन अब वह नियम भी खत्म हो गया और युवाओं पर परीक्षा फीस का बोझ एकदम से बढ़ गया।
इस तरह लग रही फीस
ईएसबी ने सब इंजीनियर वर्ग 3 का भर्ती विज्ञापन जारी किया है। एक उम्मीदवार की योग्यता यदि अलग-अलग दो पदों के लिए मान्य है तो उसे सभी के लिए एक ही परीक्षा नहीं देकर अलग-अलग पेपर देने होंगे। इसके लिए उसे यदि अनारक्षित का है तो 500 रुपए प्रति पेपर कोड और यदि आरक्षित वर्ग का है तो 250 रुपए प्रति पेपर कोड फीस देय होगी।
आईटीआई टीओ में तो और ज्यादा
एक उम्मीदवार ने बताया कि वह मैकेनिकल इंजीनियर है, वह 6 पेपर कोड के लिए योग्य है तो हाल ही में जारी तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास व रोजगार विभाग के आईटीआई टीओ परीक्षा। इसके फार्म 9 अगस्त से भराए जाना है, उसमें उसे हर पेपर कोड के लिए 250 रुपए (क्योंकि ओबीसी का है) देना है और साथ ही 60 रुपए आवेदन शुल्क भी होगा। यानी आरक्षित वर्ग का है तो 3060 रुपए कुल देय होंगे।
शिवराज सरकार के समय जारी नोटिफिकेशन खत्म
उल्लेखनीय है कि शिवराज सिंह के सीएम रहते हुए एक नोटिफिकेशन आया था कि युवा उम्मीदवार से साल में एक ही बार परीक्षा फीस ली जाएगी। यानी ईएसबी एक साल में कितनी भी परीक्षाएं आयोजित करें, उसे एक ही बार परीक्षा शुल्क लगता था, लेकिन अब हर परीक्षा में शुल्क लग रहा है और साथ ही एक ही वर्ग की परीक्षा में विविध पदों के लिए अलग-अलग पेपर कोड़ के हिसाब से भी परीक्षा शुल्क देय हो रहा है। इससे गरीब युवाओं पर भारी बोझ आ गया है।
फीस के कारण कम पदों में आवेदन
एक युवा उम्मीदवार ने द सूत्र को बताया कि उसे कुछ अलग पदों के लिए भी परीक्षा देना थी, लेकिन फीस अलग से लगती इसलिए जिनमें बहुत ही कम पद है, इसमें फिर उसने आवेदन नहीं किया, क्योंकि जितने आवेदन करेंगे, उसमें उतने ही अधिक फीस बढ़ती जाएगी। फिर परीक्षा देने के लिए अलग शहर जाना, उतने दिन रूकना इन सभी का भी खर्च लगता है।
साल 2022 में मैकेनिकल इंजीनियर दो पेपर कोड में एलिजिबल थे, लेकिन फीस केवल एक ही फॉर्म की ली गई थी। पेपर भी सिर्फ एक हुआ था। इस बार दो फार्म की फीस ली जा रही है और पेपर भी दो कर दिए हैं। यानी अनारक्षित का है तो उसे 1000 रुपए फीस और 60 रुपए आवेदन शुल्क लगेगा। ईएसबी डायरेक्टर साकेत मालवीय ने कहा कि मैं इसे चेक कराता हूं। नियमानुसार ही फीस ली जाएगी
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