जहां एक ओर शासन-प्रशासन अवैध रेत उत्खनन रोकने का दावा करता है, वहीं मध्य प्रदेश से रेत उत्खनन की कुछ ऐसी तस्वीर सामने आ रही है जो तमाम सरकारी दावों की पोल खोलती हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं सीहोर जिले में नर्मदा नदी से हो रहे अवैध रेत उत्खनन और परिवहन की।
यहां अवैध रेत उत्खनन के मामले लगातार सामने आने के बाद गुरुवार यानी आज 4 जुलाई को बड़ा एक्शन लिया गया। सीहोर में पदस्थ खनिज निरीक्षक संतोष सूर्यवंशी को हटाकर भोपाल भेजा गया है।
नहीं है एनजीटी की रोक का असर
सीहोर के बुदनी और भेरूंदा क्षेत्र में नर्मदा नदी से अवैध रेत उत्खनन पर रोक है । बावजूद इसके रेत माफिया लगातार अवैध खनन कर रहा है।
रेत खदानों के अलावा अन्य स्थानों से भी रेत माफिया मशीन की मदद से खनन कर बारिश के लिए स्टॉक करने में जुटे हैं। कई अवैध खदानों पर तो माफिया के लोग लोगों को जाने से रोक रहे है। नहीं मानने पर धमका भी रहे हैं।
पहले भी हो चुकी है जब्ती की कार्रवाई
सीहोर जिला प्रशासन ने बीते 28 मई को भेरूंदा से 4 पोकलेन मशीन, ग्राम सोमलवाडा तहसील बुदनी से 2 पोकलेन मशीन रेत खनन करते हुए जब्त की थी। रेत के ओवरलोड परिवहन करते पाए जाने पर 17 डंपर जब्त किए थे। हालांकि यह कार्रवाई सिर्फ एक दिन ही चली। जिसके चलते रेत माफियाओं पर कार्रवाई का कोई खास असर नहीं पड़ा।
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