MP News: मध्य प्रदेश के मुरैना शासकीय पीजी कॉलेज (Morena Government PG College) में मंगलवार को बीएड परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा गया। यह कार्रवाई उस समय हुई जब ड्यूटी पर तैनात शिक्षक को परीक्षार्थी की तस्वीर मेल न खाने पर शक हुआ। बाद में उसने कबूल किया कि वो पैसे लेकर असली परीक्षार्थी की जगह परीक्षा दे रहा था।
फोटो मिलान से खुला मामला
दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित बीएड केमिस्ट्री परीक्षा के दौरान कक्ष क्रमांक 107 में ड्यूटी पर उपस्थित शिक्षक हाजिरी शीट पर हस्ताक्षर करवा रहे थे। इसी दौरान एक परीक्षार्थी की पहचान पत्र पर लगी फोटो से उसका चेहरा मेल नहीं खा रहा था। पूछताछ करने पर छात्र ने अपना नाम दिनेश मीणा बताया, लेकिन शिक्षक को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने खुद को महेंद्र रावत, निवासी टैंटरा बताया। उसने कबूल किया कि वह फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहा है।
कोचिंग सेंटर ने भेजा था
पकड़े गए युवक ने बताया कि वह मात्र 12वीं तक पढ़ा है और शिवपुरी के एक कोचिंग सेंटर संचालक उदय सिंह रावत ने उसे पैसे देकर दिनेश की जगह परीक्षा देने भेजा था। इसके बदले में उसे सिर्फ 200 रुपये मिले थे।
प्रशासन ने बरती सख्ती
घटना की जानकारी मिलते ही केंद्राध्यक्ष डॉ. किशोर अरोड़ा और सहायक केंद्राध्यक्ष डॉ. राजवीर सिंह किरार उसे लेकर सिविल लाइन थाना पहुंचे। वहां परीक्षा अधिनियम के तहत और अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
ये भी पढ़ें:
RRB NTPC भर्ती परीक्षा शेड्यूल हुआ जारी, ५ जून से शुरू होगी परीक्षाएं, जानें जरूरी बातें
परीक्षा केंद्र में पहली बार पकड़ा गया फर्जी परीक्षार्थी
कॉलेज प्रशासन के अनुसार यह इस केंद्र में फर्जी परीक्षार्थी का पहला मामला है। केंद्राध्यक्ष ने बताया कि भीड़भाड़ के चलते महेंद्र रावत अंदर घुस गया लेकिन शिक्षक की सतर्कता से वह पकड़ में आ गया। परीक्षा में कुल 723 परीक्षार्थी शामिल हुए थे।
मिसरोद में भी फर्जी परीक्षार्थी गिरोह का पर्दाफाश
इससे पहले अप्रैल माह में भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसमें सीबीएसई की भर्ती परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से टैबलेट, दो मोबाइल फोन, फर्जी आईडी और करीब 1.5 लाख रुपये नकद जब्त किए थे। ये लोग सुनियोजित तरीके से पैसों के बदले छात्रों की जगह परीक्षा देने का काम कर रहे थे।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें