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BHOPAL. देश के नामी कोचिंग संस्थान FIITJEE की धोखाधड़ी से गुस्साए छात्रों से परिजनों ने शनिवार को जमकर हंगामा किया। कोचिंग संचालकों की मनमानी से भड़के परिजन एमपी नगर थाने पहुंच गए। यहां भी काफी देर तक हंगामा होता रहा और खबर आला अफसरों तक पहुंच गई। वहीं परिजन कोचिंग बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पिछड़ने के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। परिजनों ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज करने पुलिस को आवेदन भी सौंपा है। प्रशासन द्वारा FIIT JEE प्रबंधन को कोचिंग शुरू करने के निर्देश दिए हैं, जबकि पुलिस शिकायत की जांच कर रही है।
एमपी नगर जोन_2 स्थित FIIT JEE कोचिंग में करीब 600 छात्र आईआईटी की तैयारी कर रहे हैं। इन छात्रों में ज्यादातर दो साल की फीस एडवांस जमा करा चुके हैं। वहीं शेष छात्र भी एक साल की फीस जमा कराते हुए पढ़ाई कर रहे हैं। कुछ महीनों से कोचिंग का संचालन नियमित नहीं हो रहा है। सब्जेक्ट एक्सपर्ट यानी फैकल्टी कभी भी कोचिंग से गायब हो जाते हैं। बीते दो सप्ताह से प्रबंधन ने अचानक शैड्यूल जारी करना ही बंद कर दिया है। कोचिंग फैकल्टी ने भी आना बंद कर दिया है। इसके कारण एक पखवाड़े से आईआईटी की तैयारी में लगे छात्रों का सिलेबस पिछड़ रहा है।
कोचिंग प्रबंधन की बेरुखी देख भड़के परिजन
पढ़ाई ठप और कोचिंग बंद होने से परिजन बच्चों के भविष्य की चिंता से परेशान हैं। शनिवार को बड़ी संख्या में परिजन अपने बच्चों के साथ कोचिंग पहुंच गए। कोचिंग में कोई जिम्मेदार नहीं मिलने पर वे भड़क गए। जोन-2 में FIITJEE कोचिंग की बिल्डिंग के सामने हंगामे की खबर मिलते ही पुलिस भी वहां आ गई।
जब काफी देर बाद भी कोचिंग प्रबंधन की ओर से कोई नहीं पहुंचा तो परिजन और छात्र शिकायत दर्ज कराने एमपी नगर थाने में जमा हो गए। कोचिंग बंद होने और छात्रों के परिजनों के हंगामे की खबर लगने पर पुलिस और प्रशासन के अफसर भी एमपी नगर थाने पहुंच गए। अधिकारियों ने परिजनों को समझाइश देकर शांत कराया और उनकी परेशानी सुनी। अलग-अलग स्थान और शहर में रहने वाले छात्रों के परिजनों ने अधिकारियों को FIITJEE कोचिंग के संचालकों की मनमानी और पढ़ाई नहीं कराने के बारे में बताया।
भोपाल कमिश्नर के संज्ञान में पहुंचा मामला
प्रशासन द्वारा इस मामले से संभागायुक्त को भी अवगत कराया गया है। परिजनों का कहना था कि उन्होंने आईआईटी की तैयारी के लिए बच्चों का एडमिशन कोचिंग में कराया था। इसके लिए किसी ने दो लाख तो किसी ने एक लाख रुपए की फीस एडवांस जमा कराई थी। लेकिन दो महीने से कोचिंग नियमित नहीं चल रही है। बीते एक पखवाड़े से तो बच्चों को सिलेबस से संबंधित शैड्यूल भी नहीं दिए जा रह हैं। कोचिंग में पढ़ाने वाले लगभग सभी शिक्षक संस्था छोड़कर जा चुके हैं। शिक्षकों का कहना है FIITJEE कोचिंग का संचालन दिल्ली से होता है। वहीं संस्था के मुख्य पदाधिकारी रहते हैं। बीते कई महीनों से सब्जेक्ट टीचर्स को वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस वजह से कई टीचर तो पहले ही संस्थान छोड़ चुके थे। जबकि बाकी बचे शिक्षक भी कोचिंग में पढ़ाने नहीं आ रहे हैं।
दिल्ली में बैठा प्रबंधन नहीं दे रहा सैलरी
FIITJEE कोचिंग सेंटर के प्रमुख सुवेश श्रीवास्तव भी फैकल्टी के साथ काम छोड़कर जा चुके हैं। शनिवार को कोचिंग पहुंचे परिजनों को वहां गार्ड के अलावा इकलौते केमेस्ट्री फैकल्टी केके पांडे ही मिले। पांडे ने बताया कि उनके अलावा सभी काम छोड़कर जा चुके हैं। कई महीनों से सैलरी नहीं दी गई है और इस संबंध में दिल्ली में बैठने वाले प्रबंधन के लोग भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। प्रबंधन का कहना है कि लगातार कम एडमिशन होने की वजह से वे भोपाल सेंटर चलाने में समर्थ नहीं हैं। हांलाकि इसको लेकर प्रबंधन से बात की जा रही है। भोपाल सेंटर पर 600 से ज्यादा छात्र आईआईटी की तैयारी कर रहे हैं। कोचिंग में पढ़ाई न होने से इनका साल खराब हो सकता है। वहीं परिजनों का कहना है कोचिंग की वजह से उन्होंने बच्चों को 12वी कक्षा की अलग से पढ़ाई नहीं कराई। अब चिंता सता रही है कि बच्चा 12वी कक्षा में कैसे पास होगा।
जिम्मेदार मिले तो करेंगे कार्रवाई
एमपी नगर ACP अक्षय चौधरी का कहना है एडवांस फीस लेने के बाद कोचिंग में पढ़ाई नहीं कराने के मामले में परिजनों ने थाने में शिकायत की है। उनके आवेदन के आधार पर पुलिस धोखाधड़ी के आरोपों की जांच कर रही है। कोचिंग प्रबंधन को भी इस मामले में बुलाया गया है। आईआईटी के छात्रों की पढ़ाई में रुकावट की शिकायत सही पाई जाती है तो कार्रवाई करेंगे।
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