ग्वालियर : JEE यानी ज्वाइंट एन्ट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहे भिंड के छात्र नीलेश ने 10 अगस्त 2023 को स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में दस महीने बाद जीआरपी पुलिस ने शिखर कोचिंग ( Shikhar Coaching Gwalior ) के संचालक सहित तीन शिक्षकों पर FIR दर्ज कर ली है।
छात्र को कोचिंग पर दो शिक्षकों ने प्रताड़ित किया था, लेकिन शिकायत के बाद भी कोचिंग संचालक ने कोई एक्शन नहीं लिया। इसी से हताश होकर छात्र ने 10 अगस्त 2023 की दोपहर ट्रेन के सामने आकर अपनी जान दे दी थी। मामले की जांच GRP(गर्वमेंट रेलवे पुलिस) द्वारा की जा रही थी। पुलिस ने दस महीने की लंबी जांच के बाद मामला दर्ज किया है। अब पुलिस शिखर कोचिंग के संचालक सहित तीनों आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर 10 अगस्त 2023 को रेल की पटरियों पर एक छात्र का शव पड़ा हुआ जीआरपी को मिला था। मृतक की शिनाख्त की तो भिंड निवासी एक 18 वर्षीय छात्र के रूप में हुई है।
पुलिस ने छात्र के पिता प्रताप सिंह जादौन से बात की तो पता लगा कि उनका बेटा ग्वालियर में रहकर JEE की तैयारी कर रहा था। इसके बाद पुलिस ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पुष्टि हुई कि जब छात्र स्टेशन आया तो वह अकेला था और उसने ट्रेन के सामने आकर खुदकुशी की है।
संघर्ष के बाद दर्ज हुई एफआईआर
छात्र के पिता प्रताप सिंह जादौन ने बेटे की मौत के बाद उसे न्याय दिलाने के लिए निरंतर संघर्ष किया। भोपाल में रेलवे एसपी मृगाखी डेका को भी शिकायत की थी। शिकायत में बताया कि उनके बेटे को शिक्षक विवेक शर्मा (फिजिक्स), धर्मेंद्र कुर्मी (केमिस्ट्री) द्वारा प्रताड़ित किया जाता था।
बेटे ने शिखर कोचिंग के संचालक कमलेश कुर्मी से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। यह बात बेटे ने मां को बताई थी। व्यथित होकर छात्र ने ट्रेन से कटकर खुदकुशी की।
शिक्षकों पर कार्रवाई हो जाती तो बेटा जीवित होता
पिता प्रताप सिंह का कहना है कि यदि कोचिंग संचालक कमलेश कुर्मी मेरे बेटे को शिक्षकों द्वारा प्रताड़ित करने के मामले में एक्शन लेते तो बेटे की जान नहीं जाती। बेटे की शिकायत को गंभीरता से संचालक ने लिया होता तो आज मेरा बेटा साथ होता। इसलिए मेरे बेटे की मौत के लिए कोचिंग संचालक कमलेश कुर्मी, शिक्षक विवेक शर्मा और धर्मेंद्र कुर्मी जिम्मेदार हैं।
कोचिंग संचालकों का कहना पढ़ता नहीं था
इस मामले में कोचिंग संचालक ने पुलिस को बताया था कि छात्र क्लास से बंक (बिना बताए छुट्टी लेना) मारता था। वीकली टेस्ट में नंबर भी कम आते र्थे। जिस कारण उसे कभी-कभी डांट दिया जाता था। उसके मां-पिता को भी शिकायत की गई थी।
पिता का डांटने के दो दिन बाद उसने उसने यह कदम उठा लिया था। प्रताड़ना के आरोप पर वह कुछ नहीं बोले हैं। पुलिस का कहना है कि छात्र के पिता के बयान के बाद कोचिंग से उसे प्रताड़ित किए जाने की पुष्टि होने पर मामला दर्ज किया गया है।
जांच के बाद मामला दर्ज किया गया है
इस मामले में जीआरपी के सब इंस्पेक्टर डीडी पांडे का कहना है कि छात्र की खुदकुशी के मामले में पिता की शिकायत पर जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। आगे जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर एक्शन लिया जाएगा।