साइबर ठगी : विदेशी महिला ने 2 करोड़ 93 लाख के शेयर बना दिए 34 करोड़ के, फिर सच आया सामने

शेयर ट्रेडिंग का सजेशन देने वाले व्हाट्सएप ग्रुप का एफबी पेज आपने भी जरूर देखे होंगे, लेकिन इन ऑनलाइन ग्रुप पर भरोसा करना आपको भारी पड़ सकता है। कुछ ऐसा ही मध्यप्रदेश के जबलपुर में रहने वाले 68 वर्षीय गिरीश कुमार शर्मा के साथ हुआ...

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Neel Tiwari
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साइबर ठगी : जबलपुर में एक रिटायर्ड आईटी कर्मचारी से हुई ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जुड़ी एक विदेशी महिला ने शेयर ट्रेडिंग का नाम पर 2 करोड़ 93 लाख रुपए का चूना लगा दिया। अचरज की बात यह है कि इन ठगों का शिकार एक आईटी कंपनी का रिटायर कर्मचारी बन गया जो छात्रों को कंप्यूटर साइंस भी पढ़ाते हैं।

बाद में आया सामने ये सच 

शेयर ट्रेडिंग का सजेशन देने वाले व्हाट्सएप ग्रुप का एफबी पेज आपने भी जरूर देखे होंगे, लेकिन इन ऑनलाइन ग्रुप पर भरोसा करना आपको भारी पड़ सकता है। कुछ ऐसा ही जबलपुर के 68 वर्षीय गिरीश कुमार शर्मा के साथ हुआ। जिन्हें ऑनलाइन यह दिखाया गया कि उनके खरीदे शेयरों की कीमत दोगुनी या चौगुनी नहीं बल्कि, 2 करोड़ 93 लाख रुपए के शेयर की कीमत 34 करोड़ रुपए हो चुकी थी। लेकिन इसके बाद उनके सामने यह सच आया कि वह इंटरनेट पर इस ठग के फैलाए मायाजाल में उलझ चुके थे और उनके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है।

व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए बिछाया जाल

जबलपुर के सुखसागर सॉलिटेयर नेपियर टाउन में रहने वाले 68 वर्षीय गिरीश कुमार शर्मा एक इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी कंपनी से रिटायर्ड और अभी सामाजिक कार्य करते हैं। वह एमए और बीए के छात्रों को कंप्यूटर साइंस पढ़ाते हैं। खाली वक्त में वह फेसबुक प्रोफाइल में सर्फिंग भी करते हैं। लगभग 3 महीने पहले उनके फेसबुक प्रोफाइल में शेरखान क्लब के नाम से एक विज्ञापन और ग्रुप दिखा। जिस पर क्लिक करने के बाद एक व्हाट्सएप ग्रुप में वह जुड़ गए, इस ग्रुप का नाम था शेर खान क्लब 153। इस ग्रुप में यह दिखाया जा रहा था कि इसमें शेयर बेचे और खरीदे जाते हैं। इस ग्रुप में मुनाफे के स्क्रीनशॉट शेयर करने वाली डोना एंडरसन से गिरीश कुमार की व्हाट्सएप पर ही चैट हुई। इसके बाद उन्होंने डोना एंडरसन के द्वारा शेयर में दिखाई जा रहे भारी मुनाफे के झांसे में आकर शेयर खरीदने की अपनी इच्छा जाहिर की। इसके बाद डोना एंडरसन ने उन्हें एक फॉर्म भेजा और उस फॉर्म को भरवाने के बाद एक लिंक के जरिए एप्लीकेशन भी डाउनलोड करवाई। 

फर्जी एप्लीकेशन पर कराई शेयर ट्रेडिंग

डोना के द्वारा डाउनलोड कराई गई एप्लीकेशन पर गिरीश कुमार ने यूजरनेम और पासवर्ड क्रिएट कर लॉगिन किया। इसके बाद डोना व्हाट्सएप पर उन्हें बताती थी कि कौन सा शेयर खरीदना है और वह इस एप्लीकेशन में शेयर को खरीद लेते थे। इसके बाद गिरीश लगातार इस एप्लीकेशन पर शेयर खरीदते रहे और उन शेयर्स की बढ़ती हुई वैल्यू भी उन्हें इस एप्लीकेशन में नजर आ रही थी। इस एप्लीकेशन के जरिए गिरीश अपने मुनाफे को तो देख सकते थे पर वह अपना मुनाफा अकाउंट में ट्रांसफर नहीं कर सकते थे अब उनके वॉलेट में 8 करोड़ रुपए दिख रहे थे। पर जब उन्होंने इसे विड्रॉ करने की कोशिश की तो डोना ने बताया कि पहले 20% सर्विस फीस जमा करनी होगी।

पैसा निकालने के नाम पर हुई लूट

20% फीस की बात सुनने के बाद गिरीश को शक हुआ और ऐसा लगा कि उनके साथ ठगी हो रही है। इसी बीच वाट्सएप ग्रुप की ही एक महिला गीता ने उनसे फोन पर बात की और उसने यह बताया कि वह डोना एंडरसन को जानती है और उसने भी उनके अकाउंट में 20% फीस जमा कर एक करोड़ रुपए निकाले हैं। इस समय गिरीश के शेयर ट्रेडिंग एप्लीकेशन में शेयर की कीमत 34 करोड़ रु दिख रही थी।  गीता से बात होने के बाद भरोसे में आकर गिरीश ने अलग-अलग खातों में कुल 2 करोड़ 93 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन आखिरकार उनका शक सही निकला और उनके साथ ठगी हो गई।

दो व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की शिकायत

इस मामले में सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज की गई है। सीएसपी ओमती पंकज मिश्रा ने बताया कि डोना एंडरसन और अभिराम एल्सबरापू के कथित नाम से गिरीश कुमार शर्मा को झांसा देकर कुल 2 करोड़ 93 लाख रुपए की राशि हड़पी गई है। जिस पर पुलिस ने धारा 316(2),318(4) बी एन एस, 66 डी सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम का अपराध दर्ज कर अब मामले को विवेचना में लिया है।

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साइबर ठगी आईटी कंपनी रिटायर कर्मचारी गिरीश कुमार शर्मा