खबर का असर: GIS की तरह भोपाल को संवारने के लिए मोहन सरकार हर साल करोड़ों करेगी खर्च!

कुछ दिनों पहले 'द सूत्र' ने मोहन सरकार से अपील की थी कि राजधानी भोपाल को केवल ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए ही नहीं, बल्कि हर दिन दुल्हन की तरह सजा होना चाहिए। इस अपील का असर हुआ है...

author-image
Raj Singh
New Update
CM MOHAN YADAV BHOPAL
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था। इस समिट में देश के कई जाने-माने उद्योगपतियों ने भाग लिया और प्रदेश में निवेश करने की बात भी कही, जिससे प्रदेश तो विकास की राह पर जाएगा ही, साथ ही यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। 

वहीं इसी समिट को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरे भोपाल को दुल्हन की तरह सजाने का काम किया। रात में सड़कों के किनारे लाइटिंग, चारों तरफ पेंटिंग, साफ-सुथरी सड़कें, जिसने हर किसी का मन मोहने का काम किया। इसी को लेकर 'द सूत्र' ने सीएम मोहन यादव से एक अपील की थी कि क्या हमारा भोपाल केवल दो दिन के समिट के लिए ऐसा सजेगा, क्या हर दिन दुल्हन की तरह सजा नहीं रह सकता? अब द सूत्र के इसी खबर का असर हुआ है।

MOHAN

ये भी खबर पढ़ें... सीएम मोहन यादव से अपील : क्या GIS की तरह भोपाल हर दिन दुल्हन की तरह सजा नहीं रह सकता

राजधानी को सजाया जाएगा...

दरअसल, खबरें हैं कि मध्य प्रदेश की मोहन सरकार भोपाल में जीआईएस की तहत सड़कों की मरम्मत, नई सड़कों का निर्माण, अतिक्रमण पर कार्रवाई, सौंदर्यकरण और रखरखाव की योजनाएं जारी रखने की तैयारी में है। इसके लिए आगामी बजट में 100 करोड़ रुपए तक का अलग प्रावधान किया जा सकता है, जो नगर निगम भोपाल को मिलने वाली राशि से अलग होगा। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस प्रावधान को संबंधित विभागों के बजट में रखा जाएगा, जैसे पीडब्ल्यूडी, नगरीय विकास विभाग, टूरिज्म और अन्य संबंधित विभाग। इसके लिए राजधानी का एक अलग मद बनाया जाएगा। क्रियान्वयन एजेंसी का चयन भी किया जाएगा। 

ये भी खबर पढ़ें... GIS : टूरिज्म में कमाल करेगा MP, क्रूज और वॉटर स्पोर्ट्स से लेकर होगा सबकुछ

100 करोड़ से ज्यादा खर्च

बता दें कि भोपाल ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में देश के शीर्ष 50 समेत 25 हजार उद्योगपति शामिल हुए थे। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। जानकारी के मुताबिक, पीएम और मेहमानों के स्वागत के लिए करोड़ों रुपए की लागत से भोपाल सजाया गया था। राजधानी के कुल 17 किमी. के हिस्से में लाइटिंग, पेंटिंग की गई थी। VIP रोड, गौहर महल, बोट क्लब और एयरपोर्ट रोड सड़क की तो तस्वीर ही बदल गई थी। यहां चारों तरफ लाइटिंग ही लाइटिंग दिखाई दी थी। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने सड़कों के लिए 70 करोड़ रुपए खर्च किए। कुल मिलाकर जीआईएस में मोहन सरकार ने 100 करोड़ से ज्यादा खर्च किया था, राजधानी भोपाल को सुंदर बनाने के लिए। अब अगर सरकार भोपाल को कुछ ऐसा ही रखती है तो ये एक अच्छी पहल तो होगी ही। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जो सरकार के खजाने में अहम भूमिका निभा सकता है।

FAQ

ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (GIS) क्या था और इसमें किसने भाग लिया?
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (Global Investor Summit) 24 और 25 फरवरी को भोपाल में आयोजित किया गया। इस समिट में देश के 25,000 उद्योगपति शामिल हुए, जिनमें देश के शीर्ष 50 उद्योगपति भी थे।
भोपाल को सजाने के लिए सरकार ने कितने पैसे खर्च किए?
समिट के आयोजन के दौरान भोपाल को सजाने के लिए कुल 100 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसमें राजधानी के 17 किलोमीटर हिस्से में लाइटिंग और पेंटिंग की गई। वहीं केवल सड़कों के निर्माण और सुधार के लिए पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने 70 करोड़ रुपए खर्च किए।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल के लिए क्या योजना बनाई है?
मुख्यमंत्री मोहन यादव भोपाल में सड़कों की मरम्मत, नई सड़कों का निर्माण, अतिक्रमण पर कार्रवाई और सौंदर्यकरण की योजनाएं जारी रख सकते हैं। इसके लिए आगामी बजट में 100 करोड़ रुपए तक का प्रावधान किया जा सकता है।
भोपाल के लिए भविष्य में क्या योजनाएं बन रही हैं?
भोपाल के लिए भविष्य में कई योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिनमें सड़कों की मरम्मत, नए निर्माण, अतिक्रमण पर कार्रवाई, और शहर के सौंदर्यकरण की योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं से भोपाल का रूप और भी सुंदर होगा, जो न केवल शहर की छवि को बेहतर बनाएगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

मध्य प्रदेश MP News cm mohan yadav MP खबर का असर GIS 2025 जीआईएस मोहन सरकार मध्य प्रदेश समाचार ग्लोबल इन्वेस्टर समिट द सूत्र की खबर का असर सीएम मोहन यादव भोपाल