नील तिवारी @ jabalpur. छिंदवाड़ा के तत्कालीन बिशप इमानुअल पंचू ( Bishop Emmanuel Panchu ) बिशप इमानुअल पंचू ने वर्तमान बिशप सहित अपने पांच साथियों के साथ मिलकर सरकारी जमीनों को धोखाधड़ी से बेच दिया। इस फर्जीवाड़े के लिए आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कराए फिर इसके बाद अलग-अलग व्यक्तियों को यह सरकारी जमीन बेच दी। धोखाधड़ी कर बेची गई जमीन की कीमत करीब एक करोड़ 11 लाख 95 हजार रुपए है। आपको बताते चलें कि छिंदवाड़ा स्थित इवेंजलिकल लूथरन चर्च ( Evangelical Lutheran Church ) की गर्वनिंग बॉडी के सदस्यों के द्वारा आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ को इस करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत दी गई थी। शिकायत की जांच में पाया गया कि इस मामले बिशप के साथ उनके पांच साथी और भी शामिल है।
कैसे किया फर्जीवाड़ा
तत्कालीन बिशप ने अन्य आरोपी अनिल मैथ्यूज और अनिल मार्टिन को पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी देकर सागर के खुरई स्थित 6 हज़ार वर्ग फीट की जमीन 12 लाख रुपए में राकेश राय को बेच दी। इसके लिए तत्कालीन बिशप ने 5 लाख रुपए चेक के माध्यम से लिए पर इस रकम को चर्च के खाते में जमा नहीं किया। इसी तरह से अमरवाड़ा में 41 लाख 65 हजार रुपए कीमत की 2800 वर्ग फीट जमीन वर्ष 2015 में 5 लाख में बेच दी। इस डील में बिशप इमानुअल पंचू समेत सचिव नितिन सहाय भी शामिल था। अमरवाड़ा में ही साल 2018 में 16 सौ वर्गफीट जमीन को दो लाख 10 हजार रुपए में बेचा तो साल 2007 में छिंदवाड़ा फोरेस्ट नाका के पास की 1200 वर्ग फीट जमीन मार्च कमलकांत राठी ने फर्जी दस्तावेज के माध्यम से अशोक चौकसे को 6 लाख 16 हजार रुपए में बेची थी। तत्कालीन बिशप ने जमीन बेचने के लिए फर्म और संस्था से ना तो अनुमति ली और ना ही इस रकम को चर्च के खाते में जमा कराया। इस धोखाधड़ी से संस्था और शासन को एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
आर्थिक अन्वेषण भोपाल में मामला दर्ज
कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से बिना रजिस्ट्रार फर्म एवं सोसायटी की अनुमति के धोखाधडी कर अमानत में खयानत कर संस्था एवं शासन को 1 करोड़ 11 लाख 95 हज़ार रुपये की क्षति पहुँचाने के मामले में इवेंजलिकल लूथरन चर्च के तत्कालीन बिशप इमानुअल पंचू, गर्वनिंग बॉडी के पूर्व सदस्य अनिल मैथ्यूज , अनिल मार्टिन, आर्च बिशप ( आर्चडीकन ) , चर्च के सचिव ब्रजेश नितिन सहाय और कमलकांत राठी , हेड ट्रेजरार अशोक चौकसे पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।