सुप्रीम कोर्ट में गोविंद की कोठी की याचिका खारिज, अब एसडीएम कोर्ट में अपील

पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने पिछली 9 अगस्त को सार्वजनिक मंच से भिंड एसपी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसकी वजह से सोमवार को भिंड शहर में यादव समाज ने विरोध प्रदर्शन कर डॉ.गोविंद का पुतला दहन किया। 

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Arvind Sharma
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BHOPAL. कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व नेताप्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ( Former Leader Opposition Dr. Govind Singh ) ने लहार में कोठी के अतिक्रमण के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिक दायर की थी। लेकिन वह याचिक भी उनकी खारिज हो गई है। अब उन्होंने अपनी कोठी बचाने के लिए एसडीएम लहार कोर्ट में अपील की है। जिसकी सुनवाई एक महीने के भीतर हो जाएगी। उधर पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने पिछली 9 अगस्त को सार्वजनिक मंच से भिंड एसपी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसकी वजह से सोमवार को भिंड शहर में यादव समाज ने विरोध प्रदर्शन कर डॉ.गोविंद का पुतला दहन किया। वहीं दूसरी ओर अब इस मामले में प्रदेश सरकार के मंत्री राकेश शुक्ला ने भी तंज कसते हुए कहा कि डॉ.गोविंद सिंह का इतना जल्दी रोना कुछ समझ में नहीं आया है, जो पद और प्रतिष्ठा को अपनी बपौती समझते हैं, उनको ऐसी ही पीड़ा होती है। 

कोठी को लेकर विवादों के घेरे में गोविंद सिंह

पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह पिछले दिनों से लहार स्थित अपनी कोठी को लेकर विवादों के घेरे में है। लेकिन भिंड एसपी पर की गई उनके द्वारा टिप्पणी के बाद ओबीसी समाज के नेताओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष बेकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि एसपी के लिए कहे गए शब्दों को जाति समुदाय से जोड़कर ना देखा जाए। फिर भी अगर मेरे बयान से किसी को पीड़ा हुई तो मैं उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि यादव समाज से हमारा वर्षों से भाईचारा व पारिवारिक संबंध हैं। भाजपा के लोगों द्वारा सभा में दिए गए भाषण के वीडियों कांट-छांट कर समाज में वेमनुष्यता फैलाने के लिए परोसा जा रहा है। लहार विधानसभा में लोगों पर पुलिस द्वारा अन्याय, अत्याचार और जुल्म किए जा रहे हैं। वहीं भिंड एसपी लोगों को न्याय देने में अक्षम साबित हो रहे है। 

लहार की जनता से पूछिए कितने अत्याचार हुए : मंत्री

प्रदेश सरकार के नवीन एव नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि लहार में जब डॉ.गोविंद सिंह प्रदर्शन कर रहे थे, तब उस समय अनूसूचित जाति के लोग आम रास्ते को लेकर भाटनताल में धरने पर बैठे थे। अब लहार की जनता के बीच में जाइए। 35 वर्षों से लहार की जनता पर कितने अत्याचार हुए है। मुझे डॉ.गोविंद की रोने की बात समझ में नहीं आई। वह क्यों रोए अभी तो कुछ हुआ ही नहीं। अभी सारी चीजे कानून के दायरे में है। मुझे लगता है कि वह प्रतिष्ठा को अपनी बपोती समझते हैं। उसको वैसी ही पीड़ा होती है। 

सुप्रीम कोर्ट में याचिक खारिज : SDM

लहार एसडीएम विजय यादव ने कहा कि लहार के पूर्व विधायक डॉ.गोविंद सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में कोठी के अतिक्रमण के मामले में याचिका दायर की थी। वह याचिक खारिज हो गई है। अब उन्होंने एसडीएम कोर्ट में अपील की है। उसकी सुनवाई होनी है। इस मामले में थोड़ा समय तो लगेगा।

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डॉ. गोविंद सिंह की कोठी पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह सुप्रीम कोर्ट में याचिक खारिज