9 अगस्त को लहार में आयोजित कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में भिंड के पुलिस अधीक्षक डॉ.असित यादव ( dr Asit yadav ) के बारे में की गई जातिगत टिप्पणी पर पूरे क्षेत्र में व्यापक आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस टिप्पणी की जानकारी मिलने के बाद पिछड़े वर्ग के लोगों ने इसका विरोध करते हुए कार्रवाई की योजना बनाई है।
पिछड़ा वर्ग में असंतोष
लहार के पूर्व विधायक डॉ. गोविंद सिंह ( Former MLA Govind Singh ) द्वारा की गई जातिगत टिप्पणियों के कारण पिछड़ा वर्ग में गहरा असंतोष पैदा हो गया है। डॉ. गोविंद सिंह ने सार्वजनिक मंच पर भिंड के पुलिस अधीक्षक को 'कृष्ण वंश में पैदा नकली यादव, कायर, बुजदिल और भिंड के लिए कलंक जैसी आपत्तिजनक उपाधियों से संबोधित किया था। पिछड़ा वर्ग के नेताओं का कहना है कि यह उनका पिछड़ा वर्ग विरोधी विचारधारा का एक और उदाहरण है। इसके पहले भी उन्होंने पिछड़े वर्ग के अधिकारियों के खिलाफ विवादित बयान दिए हैं।
पहले भी कर चुके हैं जातिगत टिप्पणियां
- 2008 में गोविंद सिंह ने विधानसभा में भाजपा विधायक हुकुमचंद्र यादव के बारे में जातिगत टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी।
- 2018 में लहार की तत्कालीन थाना प्रभारी रेखा पाल के खिलाफ भी अभद्र नारे लगवाए गए थे, जिसमें उन्हें स्टेज डांसर सपना चौधरी और दस्यु रही फूलन देवी से जोड़ा गया था। इस तरह की टिप्पणियों से पिछड़े वर्ग की अवमानना की गई थी।
इन घटनाओं के मद्देनजर, पिछड़े वर्ग संगठन ने इस टिप्पणी की कड़ी निंदा की है और इसके विरोध में आज 12 अगस्त को लहार के एसडीएम को एक ज्ञापन पत्र सौंपने का फैसला लिया है।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें