सिंधिया और खुद पर लगे आरोपों पर गोविंद सिंह का दिग्विजय पर तीखा पलटवार

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के आरोपों का जवाब दिया। दिग्विजय ने कहा था कि कमलनाथ सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन और राजस्व विभाग देने का दबाव बनाया था। शिवराज सरकार में भी यही हुआ।

author-image
Sourabh Bhatnagar
एडिट
New Update
thesootr
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

गुरुवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में पहुंचे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बयानों पर जोरदार प्रतिक्रिया दी। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि कमलनाथ सरकार और शिवराज सरकार दोनों में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन और राजस्व विभाग दिलाने का दबाव बनाया था। इस पर मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को कोई गंभीरता से नहीं लेता।  

'सिंधिया के दबाव में विभाग सौंपे गए'  

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि जब कमलनाथ सरकार सत्ता में थी, तब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन और राजस्व विभाग देने का दबाव बनाया। उनका आरोप है कि शिवराज सरकार में भी यही पैटर्न दोहराया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि इन विभागों को देने में इतना जोर क्यों दिया गया और इसके पीछे क्या मंशा थी।  

दिग्विजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के समय विभागीय नियुक्तियों के लिए एक बोर्ड बनाया गया था, जो पोस्टिंग तय करता था। लेकिन, जैसे ही शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने, सिंधिया के दबाव में उस बोर्ड को भंग कर दिया गया और एक नई प्रक्रिया शुरू कर दी गई।  

गोविंद सिंह राजपूत का जवाब

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दिग्विजय सिंह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राजनीति में इस तरह के बयानबाजी होती रहती है। उन्होंने कहा, जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। बात निकली है तो दूर तलक जाएगी।  

जब उनसे उनके इस बयान के मायने पूछे गए तो उन्होंने कहा कि यह सब जानते हैं कि दिग्विजय सिंह का परिवहन विभाग से कितना लगाव था।  

भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी 

आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर पर छापेमारी के बाद प्रदेश में एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। छापे में भारी मात्रा में नकदी, सोना और करोड़ों की संपत्ति के साथ एक डायरी भी बरामद हुई। इस डायरी में कई जिलों के आरटीओ के लेनदेन और भ्रष्टाचार के आंकड़े दर्ज हैं।  

इस खुलासे के बाद कई अफसर जांच के घेरे में आ गए हैं। दिग्विजय सिंह ने इस घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि इस मामले की जांच लोकायुक्त से हटाकर ईडी और आयकर विभाग को सौंपी जाए।  

सिंधिया पर सवाल 

दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाया कि कमलनाथ सरकार के समय और बाद में शिवराज सरकार में भी, परिवहन और राजस्व विभाग को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की इतनी रुचि क्यों थी। उन्होंने कहा कि इन विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं और इसकी जांच जरूरी है।  

मंत्री का रुख: राजनीति में आरोप सामान्य हैं 

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि राजनीति में आरोप लगते रहते हैं और इन आरोपों को गंभीरता से लेना जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि जांच प्रक्रिया जारी है और सच्चाई जल्द ही सामने आएगी।  

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

मध्य प्रदेश MP News ज्योतिरादित्य सिंधिया Digvijay Singh Jyotiraditya Scindia शिवराज सरकार एमपी परिवहन विभाग मंत्री गोविंद सिंह राजपूत दिग्विजय सिंह गोविंद सिंह राजपूत